चिंतपूर्णी। शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी में माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब मुख्य पुजारी एवं गॉड आर्मी संस्था के मुख्य संस्थापक राजन कालिया मन्दिर चढ़ावे के गणना कक्ष में पड़े सोफों को देख तेश में आ गए। उक्त स्थल पर रखे सोफों को काऊंटिंग रूम से बाहर कर खुद गणना कक्ष में जमीन पर बैठ गए और चढ़ावे की गिनती करने को लेकर कहा लेकिन मौके पर तैनात होमगार्ड कर्मी ने मामले को देखते हुए मन्दिर अधिकारी को इस बारे सूचित किया। इस माहौल में पहली बार चढ़ावे की गिनती नहीं हो पाई। मंदिर अधिकारी ऊना के बैठक में होने के चलते उनके द्वारा पुलिस को इस बाबत सूचना दी गई जहां मौके पर जांच अधिकारी सुशील धीमान पहुंचे और सभी के बयान कलमबद्ध किए। मन्दिर गणना कक्ष में सोफे लगाए हुए अभी कुछ हफ्ते हुए हैं। इससे पहले मन्दिर गर्भ गृह के पास गणना नीचे बैठकर की जाती थी।
लेकिन गणना में लगे कर्मियों को जमीन पर बैठने में आ रहे शारीरिक कष्ट को देखते हुए गणना को सोफों पर बैठकर किए जाने लगा, जिसके लिए पंजाब नैशनल बैंक भरवाईं द्वारा सोफे और स्टेट बैंक चिंतपूर्णी द्वारा शीशे के टेबल मंदिर को दान स्वरूप दिए गए और कर्मियों द्वारा इन्हीं सोफों पर बैठकर टेबल पर चढ़ावे की गिनती शुरू की गई। उधर, इस संबंध में ग्राम पंचायत छपरोह के उपप्रधान संजय कालिया ने बताया कि मन्दिर में ऐसी व्यवस्था दुर्भाग्यपूर्ण है। डीसी ऊना को मामले में संज्ञान लेना चाहिए। वहीं एएसआई सुशील धीमान ने बताया कि मामले में मन्दिर अधिकारी की शिकायत आई थी। मौके पर पहुंच सभी के बयान कलमबद्ध किए गए हैं। मामले में पुजारी राजन कालिया ने बताया कि हम माता की पिंडी के उच्च स्थान पर कैसे बैठ सकते हैं। अगर प्रशासन को इसी तरीके से चढ़ावे की गणना करनी है तो नीचे कार्यालय में बैठ कर सकते हैं लेकिन मन्दिर में ऐसी व्यवस्थाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। जहां श्रद्धालुओं के पैसों की गणना के लिए कर्मचारियों को किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो इस कार्य के लिए नए कर्मचारियों का प्रशासन इंतजाम करे लेकिन हमारी श्रद्धा के साथ खिलवाड़ न करे।