बिलासपुर
शिमला में गत शुक्रवार को सीएम की अध्यक्षता में हुई मीटिंग के बेनतीजा रहने के बाद ट्रक आपरेटरों ने अगले दो दिन में मसले का समाधान करने का अल्टीमेटम सरकार को दिया है। यदि इस अवधि में भी बात नहीं बनती है, तो चक्का जाम करने जैसा कदम उठाने के लिए ट्रक आपरेटर विवश हो जाएंगे। अब तक की तमाम वार्ताओं में कोई हल न निकलने के चलते ट्रक आपरेटरों के सब्र का बांध टूट रहा है। पिछले 52 दिनों से फैक्टरी बंद है, जिसका भारी आर्थिक नुकसान आपरेटरों को उठाना पड़ रहा है। ऐसे हालात में अब बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करने की तैयारी चल रही है।
14 दिसंबर से सीमेंट फैक्टरी बंद है और ट्रक सडक़ किनारे खड़े हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दो मर्तबा मिल चुके हैं और राज्य के सीएम व उद्योग मंत्री से भी लगातार मुलाकातें हो रही हैं, लेकिन अभी तक समाधान का रास्ता नहीं निकल पाया है। ट्रक आपरेटर बैंक लोन की किश्तों की अदायगी करने में असमर्थ हैं। हालांकि मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत में 10.20 रुपए प्रतिकिलोमीटर प्रतिटन के हिसाब से रेट तय करने पर सहमति बनी है। अब राज्य सरकार अडानी ग्रुप के साथ बात करेगी। यदि फिर भी बात नहीं बनती है, तो ट्रक आपरेटर बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करने के लिए विवश होंगे। इसके तहत ट्रक ऑपरेटर चक्का जाम करने जैसा कदम उठा सकते हैं। उधर, बीडीटीएस के प्रधान राकेश ठाकुर रॉकी ने बताया कि पिछले 52 दिनों से बंद पड़ी फैक्टरी के खुलने का इंतजार है, लेकिन यह इंतजार बढ़ता ही जा रहा है और ट्रक आपरेटर परेशानी में हैं। उन्होंने बताया कि शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक बेनतीजा रही, लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से ट्रक आपरेटरों को जल्द ही इसका समाधान करने का भी आश्वासन दिया गया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि रेट को लेकर जो सहमति बैठक में बनी है, उस पर अडानी ग्रुप से बात की जाए।
प्लांट जल्द शुरू करवाने की वकालत
सभा के प्रधान राकेश ठाकुर के साथ ही वरिष्ठ उपप्रधान कमल किशोर, उप प्रधान जय सिंह ठाकुर, महासचिव प्रदीप ठाकुर, मुख्य संरक्षक अनिल हैप्पी, वाइस चेयरमैन गंगा सिंह ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुरेश चौधरी, चीफ कोषाध्यक्ष संतोष ठाकुर, मुख्य सलाहकार शेर सिंह, सहसचिव विकास भार्गव, सहकोषाध्यक्ष व प्रवक्ता राजपाल ठाकुर और चीफ सेक्रेटरी कुलदीप ठाकुर ने मुख्यमंत्री से सीमेंट प्लांट को शीघ्रता से खुलवाने की मांग की है। ट्रांसपोर्टरों को उम्मीद जगी है कि सरकार इस समस्या का जल्द ही समाधान कर देगी।
बरमाणा बीडीटीएस ट्रक आपरेटरों में बहसबाजी
निजी संवाददाता — बरमाणा
एक ओर जहां एसीसी सीमेंट उद्योग में हुई तालाबंदी नहीं खुल पाई है। वहीं, दूसरी ओर ट्रक आपरेटरों में भी रोष है, लेकिन बरमाणा बीडीटीएस सभा के ट्रक आपरेटरों की गुटबाजी भी खत्म नहीं हो पा रही है। शनिवार को बीडीटीएस बरमाणा में ट्रक आपरेटर आमने-सामने हो गए। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में खूब बहजबाजी हुई है। वहीं, दोनों पक्षों ने अपनी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है, जिसके चलते पुलिस जांच में जुटी हुई है। शनिवार को आपरेटरों में किसी बात को लेकर बहसबाजी शुरू हो गई। दोनों पक्षों में गाली-गलौज भी हुई। उधर, डीएसपी हैडक्वार्टर राजकुमार ने बताया कि दोनों पक्षों ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं ध्यान सिंह ठाकुर, पूर्व बीडीटीएस सभा कंट्रोलर ने कहा कि सभा के प्रधान सहित अन्य लोगों द्वारा उनके साथ गाली-गलौच की गई है। धक्का मुक्की भी की गई है। जिसके चलते उन्होंने अपनी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है। उधर, राकेश ठाकुर, बीडीटीएस प्रधान ने बताया कि बहसबाजी को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। ऑपरेटरों में बहसबाजी हुई है। वहीं, एसीसी सीमेंट उद्योग में हुई तालाबंदी खुलवाने को लेकर प्रयास जारी हैं।