धर्मशाला। जिला कांगड़ा के परागपुर की अढ़ाई माह की बच्ची में एच3एन2 संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस इन्फलूएंजा का पहला मामला सामने आने बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। अस्पताल से लेकर पी.एच.सी. स्तर तक स्टाफ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। संक्रमित बच्ची का उपचार डा. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में उपचाराधीन है। बच्ची पिछले 24 दिनों से अस्पताल में गंभीर अनुवाशिंक बीमारी से पीड़ित है। इस बच्ची के रूटीन टैस्ट के दौरान ही एन3एच2 की पुष्टि हुई। जिला कांगड़ा में प्रदेश का पहला मामला सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने इस रोग से निपटने के सबंध में आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए हैं। इसके लिए अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड भी तैयार किए गए हैं। हालांकि इस रोग को लेकर केंद्र सरकार ने पहले ही गाइडलाइन जारी की हैं, वहीं प्रदेश स्तर पर भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। परागपुर की अढ़ाई माह की बच्ची टी.एम.सी. में ही गंभीर बीमारी के चलते उपचाराधीन है।
कुछ समय पहले बच्ची में सर्दी-जुकाम हुआ था जिस पर उसका रूटीन टैस्ट किया गया था। बच्ची के पॉजिटिव आने के बाद उनके परिजनों के भी सैंपल लिए गए लेकिन उनकी रिपोर्ट नैगेटिव आई है। हालांकि विभाग द्वारा परिजनों के स्वास्थ्य पर भी नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इस वायरस का ज्यादा खतरा कमजोर इम्युनिटी वालों को ज्यादा बताया है। जिसके चलते विभाग की ओर से कमोर इम्युनिटी वालों को भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से परहेज करने की हिदायत जारी की है। साथ ही भीड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टैसिंग की सलाह दी है। इस संक्रमण के लक्षण भी कोविड की तरह ही है। इस रोग से नाक बहना, तेज बुखार, खांसी (शुरूआत में गीली और फिर लंबे समय तक सूखी), चैस्ट कंजेशन, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकावट और गले में खराश होना है। इस तरह के लक्षण आने पर तुरंत चिकित्सीय सलाह लेने की हिदायत भी स्वास्थ्य विभाग ने जारी की है। जिससे कि इस रोग को फैलने से रोका जा सके। सी.एम.ओ. कांगड़ा डा. सुशील कुमार शर्मा ने कहा कि टी.एम.सी. में उपचाराधीन एक अढ़ाई माह की बच्ची में एच3एन2 की पुष्टि हुई है। बच्ची अन्य गंभीर बीमारी से भी ग्रस्त है। परिजनों के सैंपल जांच को भेजे थे जिनकी रिपोर्ट नैगेटिव है। जिला में अलर्ट जारी कर दिया गया है। रोग से निपटने के लिए विभाग ने उचित व्यवस्था की है।