हिमाचल प्रदेश: जिला ऊना के मुबारिकपुर में अखिल भारतीय संत परिषद की तीन दिवसीय धर्म संसद का रविवार को आगाज हो गया। धर्म संसद की अध्यक्षता प्रमुख रूप से यति नरसिंहानंद सरस्वती कर रहे हैं। वहीं इस धर्म संसद में देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे संत समाज भी शिरकत कर रहे है। जिसमें मुख्यरूप से अन्नपूर्णा भारती, अमृतानंद, बालयोगी ज्ञाननाथ, रामानंद सरस्वती और यति सतदेवानंद सरस्वती भी मौजूद रहे। इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में हिंदू समाज लगातार पतन की ओर अग्रसर है। जिसका सीधा कारण भारतीय राजनीति में केवल मात्र एक समुदाय विशेष के प्रति झुकाव होना है। यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि एक समय था जब अमरनाथ और माता वैष्णो देवी की यात्रा ऊपर एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा पथराव किए जाते थे। लेकिन अब हालत यह है कि दुर्गा अष्टमी के दिन देशभर में निकलने वाली शोभायात्रा ऊपर भी पथराव और हमले होने लगे हैं। भारतवर्ष के बीच हिंदू समाज के लिए इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और क्या हो सकता है।
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीतिक व्यवस्था भी केवल मात्र उक्त विशेष समुदाय के प्रति झुकाव रखती है। यही कारण है कि हिमाचल प्रदेश जैसे शांतिप्रिय राज्य में भी घरों में घुसकर बेटियों की हत्याएं की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वे हमेशा सच बालते हैं, लेकिन यही सच उस वर्ग को चुभ जाता है जो हिंदू समाज को कुचलने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने दो टूक कहा कि हिंदुओं को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए। इसके साथ.साथ परिवारों को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवारों की मजबूती पैसे से नहीं होती अपितु रिश्तों को मजबूत करने से ही परिवारों की मजबूती होती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सुसंस्कारी बनाने के साथ-साथ बलशाली भी बनाए ताकि वह अपने परिवारों और विशेष रूप से बहू बेटियों की सुरक्षा कर सकें, देवभूमि की और हिंदू भूमि की सुरक्षा कर सकें।