शिमला। सरकार आपदा राहत में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। इस आपदा में जिनके घर चले गए, सरकार उन्हें नियमानुसार एक तिरपाल तक नहीं दे पाई, बाकी सहूलियतें तो बहुत दूर की बात है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने रविवार को जिला शिमला के ठियोग, जुब्बल-कोटखाई और रोहड़ू के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद यह बात कही। उन्होंने इस दौरान आपदा प्रभावितों से मिलकर उनका हाल चाल भी जाना। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सेब का सीजन चल रहा है, तुड़ान शुरू हो चुका, लेकिन अभी तक आपदा से खराब हुई सड़कें ही सही नहीं हुई हैं। इसलिए सेब का मंडियों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। सेब खरीद के लिए मुख्यमंत्री कुछ कह रहे हैं तथा मंत्री कुछ कह रहे हैं और आपस में कोई तालमेल नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार में बैठे जो लोग बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, उनसे आग्रह है कि एक बार जमीन पर उतर कर स्थिति का जायज लें।
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र से भी उन्होंने आग्रह किया कि वह प्रदेश में आई आपदा से हुए नुक्सान के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करें। जयराम ठाकुर ने सरकार से पूछा कि विश्व बैंक कब से प्रदेश प्रमाण पत्र बांटने लग गया कि आपदा के समय में बेहतरीन कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रचारित और प्रसारित तो कर रही है कि विश्व बैंक ने उनकी तारीफ की है लेकिन किस बात के लिए तारीफ की है, यह मालूम नहीं। उन्होंने कहा कि कभी न ऐसा सुना और न ही देखा कि विश्व बैंक इस प्रकार का कोई प्रमाण पत्र देता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो भी देखने को मिल रहे हैं कि लोग अपनी साल भर की कमाई सेब को सड़क अवरुद्ध होने की वजह से मार्कीट में न पहुंचा पाने के कारण नाले में फैंक रहे हैं। यह वास्तव में बहुत दुखद स्थिति है।