इन मेडिकल कालेजों में शुरू होगी विशेषज्ञ रोबोटिक शल्य चिकित्सा, हर चिकित्सा खंड में 50-100 बिस्तर के अस्पताल
बद्दी: स्वास्थ्य मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक चिकित्सा खंड में अस्पताल स्थापित किए जाएंगे, जहां स्वास्थ्य क्षेत्र के सभी विभागों में विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन अस्पतालों की क्षमता 50 से 100 बिस्तरों की होगी। प्रदेश में चिकित्सा महाविद्यालय के साथ-साथ धर्मशाला, किन्नौर, बिलासपुर, ऊना, सोलन, मनाली, मंडी और कुल्लू स्थित अस्पतालों में 50 बिस्तरों की क्षमता के क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित किए जाएंगे। स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतरीन आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
उक्त जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ क्षेत्र में स्वास्थ्य तथा श्रम एवं रोजग़ार विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान दी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दे रही है। डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि राज्य में लोगों को अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, जिसमें विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जांच तथा उपचार शामिल होंगे। इसके दृष्टिगत हमीरपुर, टांडा, शिमला स्थित चिकित्सा महाविद्यालयों और अति विशिष्ट चिकित्सा संस्थान चम्याणा में विशेषज्ञ रोबोटिक शल्य चिकित्सा सुविधाएं शुरू की जाएंगी।
इसके तहत पहले चरण में चंबा, नाहन और नेरचौक चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रत्येक में एक रोबोटिक शल्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक युक्त स्वास्थ्य देखभाल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 5जी तकनीक का उपयोग किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत राज्य में चिकित्सकों को बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। प्रदेश सरकार द्वारा दूरदराज के क्षेत्रों के लिए भी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रदेश में कैंसर पीडि़तों के लिए मॉडल कैंसर केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिनमें आईजीएमसी में मॉडल कैंसर केयर सेंटर भी शामिल है। उन्होंने हिमाचल दवा निर्माता संघ के पदाधिकारियों के साथ भी विभिन्न मसलों पर चर्चा की। इस अवसर पर सीपीएस राम कुमार चौधरी, स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. गोपाल बेरी तथा श्रम आयुक्त मुकेश रेपस्वाल, राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह, एसडीएम नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल सहित अन्य मौजूद रहे।