सोलन। यूपी एसटीएफ और बिसरख पुलिस ने हाथी दांत की तस्करी में इंटरस्टेट स्मगलर गैंग के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक सोलन का युवक है, जो यहां पर टैक्सी चलाता था। पुलिस ने इन दोनों के कब्जे से 1800 ग्राम हाथी दांत बरामद किया है तथा तस्करी में इस्तेमाल की जा रही होंडा सिटी कार को भी जब्त किया है। आरोपियों द्वारा हाथी दांत के लिए एक करोड़ 40 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। पुलिस को इस मामले में शिमला के पूरन की भी तलाश है। पुलिस का कहना है कि गैंग के अन्य सदस्यों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा वैस्ट के चिपियाना गांव के पास उपवन कालोनी में हाथी दांत को बेचने 2 तस्कर आए थे। इसकी सूचना मुखबिर से पुलिस को मिली।
उसके बाद एसटीएफ और बिसरख पुलिस ने होंडा सिटी कार में सवार दोनों तस्करों को दबोच लिया। फिर इसकी सूचना वन्य अधिकारी को दी गई। एसटीएफ को वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो नॉर्दर्न रीजन भारत सरकार से हाथी दांत की तस्करी करने वाले गिरोह के बारे में सूचना मिली थी। इसके आधार पर एसटीएफ की टीम आरोपियों के बारे में जानकारी जुटा रही थी। पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आए तस्कर रजत पवार ने पूछताछ में बताया कि वह हिमाचल के सोलन में टैक्सी चलाने का काम करता है। वहां पर उसकी मुलाकात दूसरे टैक्सी चालक अरविंद से हुई। अरविंद ने उसकी मुलाकात शिमला में रहने वाले पूरन से करवाई। रजत के अनुसार अरविंद ने हम दोनों को यह हाथी दांत दिल्ली-एनसीआर में बेचने के लिए दिया था। अरविंद ने इस काम में अपने पुराने साथी अंकुर को भी जोड़ लिया था। उसके बाद मैं और अंकुर हाथी के दांत को दिल्ली-एनसीआर में बेचने का प्रयास कर रहे थे।