रशियन महिलाओं ने चौरासी मंदिर में नवाया शीश, भगवान शिव के दरबार पहुंंचे

Update: 2022-08-29 08:04 GMT
भरमौर
भगवान भोले नाथ के प्रति आस्था दो विदेशी महिलाओं को भरमौर खींच लाई है। दोनों विदेशी कुगती होकर मणिमहेश की यात्रा करेगी। लिहाजा चौरासी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में नतमस्तक दोनों विदेशी महिलाओं का यहां पहुंचने पर खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। यह दोनों परिक्र मा यात्रा को लेकर भी बेहद उत्साहित है। उल्लेखनीय है कि मणिमहेश यात्रा में इन दिनों देश के कोने-कोने से श्रद्धालु भगवान भोले नाथ के पवित्र स्थल डल झील में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे है। इसके अलावा पड़ोसी राज्य जम्मू-कश्मीर के डोडा, किश्तवाड़ और भद्रवाह समेत अन्य हिस्सों से शिवभक्तों का भरमौर पहुंचने का क्रम जारी है। मणिमहेश यात्रा के चल रहे आयोजन के बीच साध्वी की वेशभूषा में चौरासी परिसर पहुंची दो विदेशी महिलाएं हर किसी के लिए आर्कषण का केंद्र बनी रही।
टूटी-फूटी हिंदी में बात करने वाली रशियन महिला जब चौरासी परिसर पहुंची तो सीधे भगवान भोले नाथ के दरबार में नतमस्तक हो गई। चौरासी परिसर में 'दिव्य हिमाचल ' से बातचीत में रशियन महिला विश्व लक्ष्मी गिरि ने कहा कि वह भोले नाथ की नगरी भरमौर पहुंच कर बेहद खुश है। वह बताती है कि इससे पहले वह और उसकी सहयोगी महिला केदारनाथ की यात्रा पर आई है। बकौल विश्व लक्ष्मी गिरि कहती है कि वह महादेव की अनुयायी है। उनका कहना था कि भरमौर यहां के लोग बहुत अच्छे है। उनका कहना है कि वह कुगती होकर मणिमहेश की यात्रा करेंगी।
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