ज्वालामुखी। ज्वालामुखी में प्रदेश सरकार के द्वारा सत्ता परिवर्तन के बाद पूर्व की सरकार के खोले गए कार्यालयों को डिनोटिफाइड करने को लेकर शुरू किए गए हस्ताक्षर अभियान की बैठक में हंगामा हो गया। यह बैठक मंगलवार को अग्रवाल सराय ज्वालामुखी में रखी गई थी, जिसकी अध्यक्षता पूर्व मंत्री रविंद्र सिंह रवि कर रहे थे। बैठक में कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर विधानसभा चुनावों में भितरघात के आरोप लगाए, जिसके चलते भाजपा की बैठक हंगामा पूर्ण रही। इसी बीच एक-दूसरे के ऊपर भितरघात करने के आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। हालांकि इस बीच भाजपा नेता रविंद्र सिंह रवि द्वारा बैठक में सभी कार्यकर्ताओं को शांत किया गया, साथ ही सभी से आग्रह किया गया कि सभी संगठन की मजबूती को लेकर कार्य करें।
हमसे जो गलतियां हुई हैं उन पर विचार-विमर्श कर सही दिशा में कार्य करें। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि ज्वालामुखी भाजपा के सभी पोलिंग बूथ पर भाजपा कार्यकर्ताओं का हस्ताक्षर अभियान शुरू कर एक ज्ञापन एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजा जाएगा जिसमें मांग की जाएगी कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में डिनोटिफाइड किए गए कार्यालयों को तुरंत दोबारा खोला जाए। बजट सहित सभी औपचारिकताएं पूरी करने के उपरांत ही इन कार्यालयों को खोला गया था लेकिन यहां कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही राजनीतिक द्वेष भावना से इन कार्यालयों को बंद कर जनता के हितों के साथ खिलवाड़ किया है।