खो-खो संघ के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की टीम के बीच बवाल, खिलाड़ियों ने आत्महत्या की दी धमकी
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के इंदिरा गांधी खेल परिसर में शनिवार से शुरू हुई नेशनल लेवल सब जूनियर खो-खो चैंपियनशिप (Kho Kho competition held in Una) के दौरान उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया,
जनता से रिश्ता। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के इंदिरा गांधी खेल परिसर में शनिवार से शुरू हुई नेशनल लेवल सब जूनियर खो-खो चैंपियनशिप (Kho Kho competition held in Una) के दौरान उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब उत्तर प्रदेश से प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए दो-दो टीमें (Uttar Pradesh Kho Kho Team) मैदान पर पहुंच गईं. वहीं, प्रतियोगिता में भाग ना लेने देने की सूरत में कोच और खिलाड़ियों ने आत्महत्या तक की चेतावनी (UP team players threaten suicide) दे डाली. एक तरफ जहां पहले पहुंची टीम प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह के दौरान मैदान में खड़ी थी.
वहीं, बाद में पहुंची टीम मैदान के बाहर खुद के असली होने के दावे कर रही थी. बाद में पहुंची टीम की कोच ने खो-खो महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव (National General Secretary of Kho-Kho Federation) पर गंभीर आरोप भी जड़े. खो-खो संघ के राष्ट्रीय महासचिव ने इन आरोपों को खारिज किया. असली नकली के विवाद को लेकर प्रतियोगिता के दौरान काफी गहमागहमी भरा माहौल भी बन गया. प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह (Kho Kho Competition in Una) में दोनों टीमें खुद के असली होने का दावा करते हुए मार्च पास्ट में भाग लेने पर अड़ी रहीं. हालांकि बाद में पहुंची टीम को खो-खो संघ के राष्ट्रीय महासचिव ने मैदान से पुलिस की मदद से बाहर करवाया.
प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंची यूपी की दूसरी टीम की कोच और खो-खो में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल करने का दावा करने वाली प्रीति गुप्ता का आरोप था कि खो-खो महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव ने उनकी टीम को पुलिस की मदद से धक्के देकर मैदान से बाहर भेजा है. उन्होंने दावा किया कि उनके पास उत्तर प्रदेश में खो खो महासंघ की सही मान्यता के दस्तावेज हैं और उस महासंघ को अदालत ने भी सही करार दिया है, लेकिन महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव नहीं चाहते कि उनकी टीम प्रतियोगिता में भाग लें. वहीं, इस टीम में शामिल नन्हें खिलाड़ियों ने चेताया कि यदि उनकी टीम को प्रतियोगिता में भाग नहीं लेने दिया गया तो वह आत्महत्या भी कर सकते हैं.
वहीं, दूसरी तरफ खो-खो महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव एमएस त्यागी का दावा है कि अखिल भारतीय महासंघ द्वारा चयनित खिलाड़ियों को इस प्रतियोगिता में शामिल किया गया है और वह टीम इस प्रतियोगिता में अपने सभी मैच खेलेगी. उन्होंने कहा कि जो टीम बाहर की गई है वो फेडरेशन में मान्यता प्राप्त नहीं है.