शिमला। राज्य में शनिवार को मौसम बेशक साफ रहा लेकिन बादलनुमा मौसम के चलते ठंडक बरकरार है। राजधानी शिमला सहित मध्य व उच्च पर्वतीय इलाकों में ठंड बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी तीन दिनों तक मध्य व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम खराब रहने के आसार हैं, जबकि 24 अप्रैल की रात्रि से ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे 26 अप्रैल को अंधड़ का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य के निचले व मध्य इलाकों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा और ऊंचे क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्का हिमपात हुआ है। राज्य में 5 दिन बाद शनिवार को मौसम खुलने से प्रदेश के लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में दुश्वारियां अभी भी बरकरार हैं। शनिवार को राजधानी शिमला में भी धूप खिलने के साथ हल्के बादल छाए रहे, जबकि कुल्लू व लाहौल-स्पीति के लोगों ने थोड़ी राहत पाई है।
राज्य आपदा प्रबंधन के सुबह 10 बजे तक 2 हाईवे और 50 सड़कें, 77 बिजली ट्रांसफार्मर व 52 पेयजल योजनाएं बाधित रहीं। इनमें सबसे अधिक समस्या कुल्लू व लाहौल-स्पीति जिला में है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरिंद्र पाल का कहना है कि 24 अप्रैल की रात्रि से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जो पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिसके चलते रविवार, सोमवार व मंगलवार को मध्य व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा व हिमपात होगा जबकि 26 अप्रैल को यैलो अलर्ट जारी किया गया है। लाहौल, किन्नौर, कुल्लू व चम्बा जिलों में ब्लैक आऊट छाया हुआ है जबकि सड़कें बंद होने से यातायात व्यवस्था ठप्प पड़ी है, वहीं पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। जनजातीय क्षेत्र पांगी के कैरल, माहलत, थमोह, करयास, पुंटो, प्रेगा, हुड़ान भुटोरी, किलाड़ बस स्टैंड समेत आसपास के गांवों में 15 घंटों तक ब्लैकआऊट रहा। बिजली आपूॢत शुक्रवार देर शाम 7 बजे जोरदार गर्जन के साथ अचानक बंद पड़ गई। शनिवार सुबह सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद कई जगह बिजली सुचारू बनाई।