आगामी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए QR Code आधारित मतपेटी वितरण

Update: 2025-01-10 12:14 GMT
Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: इस वर्ष के अंत में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों के चुनावों की तैयारियों को तेज करने के लिए आज यहां राज्य चुनाव आयुक्त अनिल कुमार खाची की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए खाची ने कहा कि आयोग ने एक नया इन्वेंट्री मैनेजमेंट एप्लीकेशन तैयार किया है, जिसके तहत इस एप्लीकेशन के क्यूआर कोड को स्कैन करके मतदान दलों को मतपेटियां देने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि चुनाव से संबंधित सभी सामग्री भी इसी एप्लीकेशन के माध्यम से वितरित करने का प्रस्ताव है। उन्होंने जिला प्रशासन को पुराने चुनाव के रिकॉर्ड को नियमानुसार नष्ट करने और चुनाव भंडारण कक्ष की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आसन्न चुनावों के मद्देनजर जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह राज्य चुनाव आयोग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए नियमों का सख्ती से पालन करे, जिसमें वार्ड सीमांकन, मतदाता सूचियों का अद्यतन और आरक्षण आदि शामिल हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि चुनाव के लिए आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार वार्ड सीमांकन और मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण आदि के कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए ताकि लोगों को समय पर जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के लिए प्रेस कांफ्रेंस, होर्डिंग, बैनर व अन्य प्रचार सामग्री का प्रयोग किया जाए।
खाची ने जिलाधीश को निर्देश दिए कि पंचायती राज संस्थाओं के पुनर्गठन के बाद वार्डों के निर्धारण व आरक्षण का कार्य 30 जून तक पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग व राज्य निर्वाचन आयोग अलग-अलग संस्थाएं हैं तथा दोनों आयोगों की मतदाता सूचियां भी अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को यह बताना जरूरी है कि स्थानीय निकाय चुनाव में मतदान के लिए मतदाता का नाम राज्य निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में शामिल होना चाहिए। केवल मतदाता पहचान पत्र होने से मतदान नहीं हो सकता। मतदान के लिए संबंधित मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की प्रारूप मतदाता सूचियों का प्रकाशन करते समय लोगों को जागरूक किया जाए ताकि वे इन सूचियों में अपने व अपने परिवार के सदस्यों के नाम की जांच कर सकें। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने निर्देश दिए कि मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित बनाने तथा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं व शहरी निकायों के प्रतिनिधियों से इस कार्य में सक्रिय योगदान देने का अनुरोध किया जाए। उन्होंने चुनाव कार्य में योगदान देने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नियमित प्रशिक्षण की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के साथ-साथ ब्लॉक स्तर पर भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। राज्य चुनाव आयोग के चुनाव अधिकारी संजीव कुमार महाजन ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से चुनाव से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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