शिमला: प्रदेश भर में पीडब्ल्यूडी ने बीते 48 घंटे से साफ मौसम का फायदा उठाते हुए 55 सडक़ों को बहाल कर लिया है। इस अवधि के दौरान नुकसान का आंकड़ा भी सबसे कम रहा है। बीते 24 घंटे में छह करोड़ रुपए का नुकसान विभाग को झेलना पड़ा है और यह नुकसान अब बढक़र 2712 करोड़ रुपए पहुंच गया है।
सबसे ज्यादा 30 सडक़ें कांगड़ा जोन में बहाल हुई हैं। यहां रविवार सुबह तक पीडब्ल्यूडी ने प्रदेश मुख्यालय को 88 सडक़ें बंद होने की रिपोर्ट भेजी थी, जबकि सोमवार को भेजी गई रिपोर्ट में 58 सडक़ों के बाधित होने का खुलासा किया गया है। आगामी 24 घंटे में पीडब्ल्यूडी ने यहां करीब 11 अन्य सडक़ों पर आवाजाही शुरू करवाने का लक्ष्य तय किया है। कांगड़ा के बाद सबसे ज्यादा 10 सडक़ें मंडी जोन में बहाल हुई हैं। यहां सोमवार की रिपोर्ट में पीडब्ल्यूडी ने 117 सडक़ें बाधित होने का आंकड़ा दर्ज किया है, जबकि रविवार तक यह आंकड़ा 127 पर ठहरा हुआ था। मंडी जोन में कई इलाके अभी भी मुख्य शहरों से कटे हुए हैं और यहां लोगों को पैदल ही आवाजाही करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
जिन क्षेत्रों में सडक़ें पूरी तरह से बहाल नहीं हो पाई हैं वहां वाहनों को दोनों तरफ चलाया जा रहा है और क्षतिग्रस्त हिस्सों को यात्री पैदल ही पार कर रहे हैं। यह हालात प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में ज्यादा बने हुए हैं। बरसात में आफत झेल रहे शिमला जोन के लिए बीते 48 घंटे में राहत की खबर सामने आई है। लगातार सडक़ें बंद होने की वजह से सेब कारोबार के प्रभावित होने से चिंतित इस क्षेत्र में नौ सडक़ें पीडब्ल्यूडी ने यातायात से जोड़ दी हैं। इन सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है।