पठानकोट से डलहौजी रोड तक, नूरपुर रोड से जोगिंद्रनगर तक ट्रेन चलाने की तैयारी
शिमला, भटेहड़ बासा, रानीताल, नगरोटा सूरियां
हिमाचल की कांगड़ा घाटी में अब फिर से छुक-छुक की आवाज सुनाई देगी। उत्तर रेलवे ने ट्रेनों की बहाली के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। रेलवे विभाग ने पठानकोट से डलहौजी रोड तक और नूरपुर रोड से जोगिंद्रनगर तक रेल चलाने की योजना बनाई है। जानकारी के अनुसार कांगड़ा घाटी में ट्रेन पठानकोट-नूरपुर-कांगड़ा-बैजनाथ पपरोला से नैरोगेज रेल संपर्क उपलब्ध करवाती है । घाटी में 14 जुलाई से रेल सेवाएं बंद पड़ी है, जिसे अब बहाल करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए रेलवे अधिकारियों ने बैठक करके क्षतिग्रस्त हुए ब्रिज व पिल्लर को दुरुस्त कर जल्द राहत देने की रणनीति बनाई है। 31 जुलाई को चक्की खड्ड में बाढ़ आने से रेलवे पुल के पिल्लर नंबर-3 में दरारें आ गई थी। सुरक्षा को देखते हुए विभाग ने पुल को बंद कर दिया था। 20 अगस्त को दोबारा चक्की खड्ड में आई भयंकर बाढ़ रेलवे पुल को बहा ले गई।
इसके साथ ही रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह भू-स्खलन से भी काफी नुकसान हुआ है। पुल नंबर-32 को घाट-1 से घाट-8 तक को छोडक़र व्यापक नुकसान हुआ है। केवल जोगिंद्रनगर की ओर से घाट-9 से एबटमेंट तक अप्रभावित रहा है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि रेल उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए इस रेलपथ के अप्रभावित भाग में रेल सेवाएं फिर से शुरू करने की योजना है। पठानकोट-जोगिंद्रनगर रोड और नूरपुर रोड-जोगिंद्रनगर के बीच भी रेल सेवाएं फिर से शुरू की जाएगी।