Himachal: फसल विविधीकरण परियोजना पर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किये जायेंगे
Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) किसानों की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना के तहत प्रदेश में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी। यह बात जेआईसीए के मीडिया सलाहकार राजेश्वर ठाकुर ने आज यहां कही। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 800 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं, जबकि राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से प्रदेश के 25,000 से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को जोड़ने के लिए किसान विकास संघों का गठन किया गया है।
ठाकुर ने कहा कि हाल ही में शिमला में जेआईसीए ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu को परियोजना की प्रगति से अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एजेंसी को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, ताकि परियोजना को समय पर पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि फसल विविधीकरण परियोजना नई कृषि तकनीकों को अपनाकर किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक फसलों और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ सिंचाई योजनाओं का निर्माण भी जेआईसीए द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की सलाह दी है कि परियोजना का लाभ उन किसानों तक पहुंचे जो सुविधाओं से वंचित हैं और जिनकी बाजार तक पहुंच नहीं है या कम है।