पुलिस विभाग को मिले नए 1093 आरक्षी, CM सुक्खू ने ली दीक्षांत परेड की सलामी
डरोह। पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में प्रशिक्षणरत आरक्षी मूलभूत प्रशिक्षण के 22वें दस्ते की दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और दीक्षांत परेड की सलामी ली। नव दीक्षित आरक्षियों की 40 प्लाटूनों के 1093 प्रशिक्षुओं ने पासिंग आऊट परेड का प्रदर्शन किया, जिनमें 822 पुरुष आरक्षी एवं 271 महिला आरक्षी शामिल रहीं। परेड का नेतृत्व परेड कमांडर अनुराग नेगी ने किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सभी नवदीक्षितों को पुलिस परिवार में शामिल होने पर बधाई दी। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि जीवन में कठिन से कठिन समय में भी अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हटना है व निडरता व धैर्यपूर्वक कानून व समाज की रक्षा के प्रति वचनबद्ध रहना है। मुख्यमंत्री ने बेहतर प्रशिक्षण एवं शानदार दीक्षांत परेड के आयोजन के लिए पीटीसी के स्टाफ को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी साजूराम राणा के पुत्र साहिल राणा को पुलिस विभाग में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस बल के सशक्तिकरण के लिए पुलिस विभाग में आरक्षियों के 1226 पद भरने की स्वीकृति प्रदान की गई और कमांडो बल स्थापित करने के मामले पर विचार किया गया है। उन्होंने महाविद्यालय की मासिक पत्रिका के 33वें अंक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 21 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित आधुनिक बैरक, 12 टाइप-थ्री आवासीय भवनों तथा जल आपदा प्रबंधन केन्द्र आदि विकास कार्यों का उद्घाटन किया।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू भारतीय पुलिस सेना ने पास आऊट प्रशिक्षणार्थियों से आह्वान किया कि कानून व नियमों का कठोरता के साथ पालन करते हुए समाज की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह देश के उत्कृष्ट पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है। कुंडू ने मुख्यमंत्री से पीटीसी के विकास के लिए अतिरिक्त धन राशि का प्रावधान करने का आग्रह भी किया ताकि पीटीसी को देश भर में और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिल सके। जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि पीटीसी के विकास के लिए धन की कमी नहीं रखी जाएगी।
पीटीसी के एएसपी दिनेश कुमार ने सभी पास आऊट प्रशिक्षणार्थियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि सभी प्रशिक्षणार्थियों के प्रशिक्षण को अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया था जिसमें कानून एवं व्यावहारिक ज्ञान प्राप्ति के लिए आंतरिक प्रशिक्षण और शारीरिक बल एवं अन्य बाह्य विषयों के लिए बाह्य प्रशिक्षण दिया गया है। इसी के अंतर्गत इन प्रशिक्षुओं को कानून के विभिन्न विषयों, अपराध शास्त्र, मानव व्यवहार एवं मानव अधिकारों का ज्ञान दिया गया। पीटीसी के प्रधानाचार्य विमल गुप्ता भारतीय पुलिस सेना ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को पुलिस सेवा में शामिल होने की बधाई दी और आह्वान करते हुए कहा कि देश सेवा की भावना और ईमानदारी से कार्य कर अपनाए पुलिस और परिवार का नाम रोशन करें।
आरक्षी विक्रम आलराऊंड बैस्ट, राजेश कुमार इंडोर प्रथम, अजय कुमार आऊट डोर प्रथम, मनीष कुमार फायरिंग में प्रथम रहे। आर्यन कंवर परेड कमांडर, महिला आरक्षी श्वेता शर्मा द्वितीय, परेड कमांडर महिला आरक्षी मुनिशा देवी इंडोर प्रथम, दीक्षा ठाकुर आऊटडोर प्रथम, अंजलि ठाकुर फायरिंग में प्रथम प्रशिक्षण में अव्वल रहे। इन सभी आरक्षियों को मुख्यमंत्री ने स्मृति चिन्ह देकर स्म्मानित किया। वहीं दीक्षांत परेड के सफल आयोजन और उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षक सीडीआई नारायण सिंह चौहान, इंस्पैक्टर विनोद शर्मा, अमर नाथ, ठाकरू राम, कर्म सिंह, एएसआई राजेश कटोच, एलएचसी मुकेश कुमार महिला प्रशिक्षक सुनीता देवी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।