शिमला: नगर निगम अब कूड़ा बिल वसूली में बदलाव करने जा रहा है। अब एक मीटर के आधार पर नहीं बल्कि एक भवन में लगे मीटरों की संख्या के आधार पर आईडी बनेगी। एमसी एरिया के अंतर्गत आने वाली सभी इमारतों में लगे मीटरों का रिकॉर्ड अब नगर निगम के पास होगा, बिजली बोर्ड से इसकी डिटेल मांगी गई है। आपको बता दें कि निगम अब अपनी आय बढ़ाने के लिए इस तकनीक को अपना रहा है. शहर में नगर निगम की डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन योजना से अब तक करीब 60 हजार लोग जुड़ चुके हैं.
इनमें 40 हजार ऐसे हैं जिन्हें अब घरेलू दर से 117 रुपये मासिक बिल जारी किया जाता है। पहले यह शुल्क 110 रुपये था, लेकिन निगम ने इसमें 10 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद नई दरों के अनुसार यह शुल्क लिया जा रहा है. नगर निगम के इस फैसले से जहां उनकी आय तीन गुना हो जायेगी, वहीं जनता पर अतिरिक्त बोझ भी बढ़ेगा. नगर निगम सदन में इस पर चर्चा होगी. जिसके बाद सभी की मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा. अब एक मीटर के आधार पर नहीं बल्कि एक भवन में लगे मीटरों की संख्या के आधार पर आईडी बनेगी। इससे निगम को कमाई होगी. मौजूदा स्थिति में शहर में काम कराने के लिए आय के साधन तैयार किये जा रहे हैं. ताकि शहर के विभिन्न वार्डों में निगम अपना काम कर सके.