हिमाचल में ओरेंज अलर्ट जारी, दो अगस्त तक बारिश के मिल रहे संकेत
प्रदेश भर में बारिश का दौर लगातार जारी है और यह क्रम दो अगस्त तक ऐसे ही बना रहेगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रदेश भर में बारिश का दौर लगातार जारी है और यह क्रम दो अगस्त तक ऐसे ही बना रहेगा। मौसम विभाग ने ओरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग ने पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में यात्राएं न करने की भी सलाह दी है। पिछले चौबीस घंटों से प्रदेश भर में बारिश का क्रम लगातार जारी है और इस कड़ी में लाहुल-स्पीति में भारी नुकसान होने का समाचार है। यहां तेज बहाव की वजह से एक सडक़ क्षतिग्रस्त हो गई है। सब-डिवीजन काजा में सडक़ बह गई है। इससे 15 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। इसके अलावा प्रदेश के दूसरे हिस्सों में बारिश का क्रम दिन भर जारी रहा। प्रदेश भर में सबसे ज्यादा बारिश कांगड़ा जिला में हो रही है। यहां बारिश का रिकार्ड बन गया है।
अब तक तीन तहसीलों धर्मशाला, पालमपुर और कांगड़ा सदर में बारिश का बड़ा आंकड़ा दर्ज हुआ है। यहां 60.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसके साथ ही पालमपुर में 58.2 मिलीमीटर और कांगड़ा में 45.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। चंबा में 25 और डलहौजी में 27 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। इन क्षेत्रों में पिछले चौबीस घंटे से लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश के दूसरे हिस्सों की बात करें तो पांवटा साहिब में 23 मिलीमीटर, शिमला में 22.6, सुंदरनगर में 17.4, मंडी में 11.8, मनाली में नौ, भूंतर में 8.1 और बिलासपुर के बरठीं में 13 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। बारिश की वजह से ऊंचाई वाली क्षेत्रों में तापमान तेजी से लुढक़ा है। प्रदेश भर में सबसे न्यूनतम तापमान केलांग में दर्ज हुआ है यहां शुक्रवार को पारा 11.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।
एक महीने में 135 की गई जान
मानसून के बीते करीब एक महीने में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन विभाग इन आंकड़ों को जुटा रहा है। मौत के इन मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले चौबीस घंटे की बात करें, तो अलग-अलग जगहों पर चार लोगों की मौत हादसों की वजह से हुई है। अब तक सबसे अधिक 21 मौत के मामले कुल्लू जिला में सामने आए हैं, जबकि शिमला में 20 लोगों की मौत हो चुकी है। चंबा और मंडी में 17-17, कांगड़ा में 11, सोलन और सिरमौर में 9-9, हमीरपुर और ऊना में 8-8, बिलासपुर और लाहुल-स्पीति में 6-6, जबकि किन्नौर जिला में अब तक तीन लोगों की मौत आपदा प्रबंधन ने दर्ज की है। इनमें सबसे ज्यादा 73 मौतें वाहन हादसों की वजह से हुई हैं।