पहली बार लगेगी यूजी परीक्षाओं में विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी, ये रहेगी प्रक्रिया
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पीजी के बाद पहली बार यूजी डिग्री कोर्स की सात अप्रैल से शुरू हो रही परीक्षाओं की हर विषय की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करेगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पीजी के बाद पहली बार यूजी डिग्री कोर्स की सात अप्रैल से शुरू हो रही परीक्षाओं की हर विषय की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करेगा। ऑनलाइन हाजिरी का प्रदेश भर के करीब 138 कॉलेज सफल ट्रायल कर चुके हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ. जेएस नेगी ने कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ ऑनलाइन हाजिरी और परीक्षा की व्यवस्थाओं को लेकर ऑनलाइन मीटिंग की। विवि ने पहले ही साफ किया था कि यूजी के छात्र की कॉलेजों से सीसीए अपलोड न होने और पात्रता की अन्य शर्तों को पूरा करने के बाद ही रोलनंबर जनरेट होगा। विवि ने हर परीक्षा की ऑनलाइन हाजिरी को अनिवार्य कर दिया था।
सात अप्रैल से प्रदेश भर के 157 परीक्षा केंद्रों में होने वाली डेढ़ लाख यूजी के तीनों वर्ष के छात्रों की परीक्षाओं में ये व्यवस्थाएं लागू की जा रही है। परीक्षा की तैयारी के साथ रोलनंबर डाउनलोड करने में छात्रों को पेश आ रही समस्याओं को हल करने और सीसीए अपलोड करने संबंधित समस्याओं को दूर करने संबंधित कॉलेजों को पेश आ रही समस्याओं को परीक्षा नियंत्रक ने सुना। कॉलेज प्राचार्यों को ऑनलाइन हर विषय की परीक्षा की हाजिरी से संबंधित दिशा निर्देश दिए गए हैं।
परीक्षा की ऑनलाइन हाजिरी की ये रहेगी प्रक्रिया
पीजी डिग्री कोर्स के बाद यूजी परीक्षा में लागू की गई हर विषय की परीक्षा की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था में हर कॉलेज को विषय वार ऑनलाइन जारी की गई कट लिस्ट का प्रिंट लेंगे। आंकड़ा एक त्र करने के बाद केंद्र अधीक्षक ऑनलाइन उपलब्ध हाजिरी फॉरमेट में सिर्फ गैर हाजिर छात्रों का ब्योरा ऑनलाइन दर्ज करेगा।
रोलनंबर न होने पर स्ट्रे केस का चुकाना पड़ेगा एक हजार
यूजी की सालाना परीक्षाओं में ऑनलाइन जनरेट किया रोलनंबर अनिवार्य किया गया है। जिस छात्र के पास रोलनंबर नहीं होगा, उसे स्ट्रे केस में परीक्षा देने बैठने को प्रति विषय परीक्षा एक हजार की तय फीस चुकानी पड़ेगी।