नियमों के दायरे में रहकर काम करें अधिकारी, नहीं तो सत्ता में आने पर करेंगे कार्रवाई: विक्रमादित्य सिंह
राजधानी शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का आयोजन न करने पर कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह भड़क गए और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर रामपुर से भेदभाव करने के आरोप लगाए.
जनता से रिश्ता। राजधानी शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का आयोजन न करने पर कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह भड़क गए और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर रामपुर से भेदभाव करने के आरोप लगाए. विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि लवी का मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर का मेला है.
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में अन्य जगहों पर मेलों का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन लवी मेले का आयोजन कोरोना का बहाना लगाकर केवल स्थानीय व्यपारियों को ही व्यापार करने की इजाजत दी है, जबकि मुख्यमंत्री रेणुका मेले में शिरकत कर रहे हैं और लवी मेले में न तो राज्यपाल न मुख्यमंत्री और न ही कोई मंत्री पहुंचा.
उन्होंने कहा कि उप चुनावों में मिली हार के चलते ही लवी मेले को इस बार सरकार ने दरकिनार किया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं, विक्रमादित्य सिंह अधिकारियों पर भी जमकर भड़के और नियमों के दायरे में रहकर काम करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी आकाओं के इशारों पर काम कर रहे हैं. प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को उप चुनावों में अपना समर्थन दे दिया है और अब 6 महीने बाद ये सरकार भी जाने वाली है और अभी जो भी अधिकारी नियमों से बाहर जाकर कार्य कर रहे हैं सत्ता में आने पर इसकी जांच करवाई जाएगी.
इसके अलावा विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर सवर्ण आयोग के गठन की बात की और कहा कि वे किसी समाज या वर्ग के खिलाफ नहीं है. प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ही अनुसूचित जाति आयोग का गठन किया था और यदि अब सवर्ण समाज आयोग की गठन की मांग कर रहा है तो सरकार को इस पर विचार करना चाहिए और यदि ये सरकार आयोग का गठन नहीं करती है तो कांग्रेस के सत्ता में आते ही कांग्रेस सवर्ण आयोग का गठन करेगी.