केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने रविवार को शिमला राजभवन में महिला पुलिस के 10वें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आदि काल से ही महिलाओं की सहभागिता और सहयोग समाज निर्माण में अहम रहा है। पिछले 8 सालों में केंद्र की मोदी सरकार ने महिलाओं को हर क्षेत्र में तरजीह दी है। न केवल पुलिस बल्कि हर क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढऩे के अवसर देना मोदी सरकार की प्राथमिकताओं में रहा है। नित्यानंद राय ने कहा कि पुलिस के सम्मेलन करवाने के लिए गृह मंत्रालय के माध्यम से देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा जा रहा है। शिमला में हो रहे इस 2 दिवसीय सम्मेलन में उम्मीद है कि कई महत्वपूर्ण विषयों को शामिल कर पुलिस तंत्र में कई सुधारात्मक सुझाव प्राप्त होंगे और देश की महिलाओं को सुरक्षा के लिए नए आयाम छूने में मदद मिलेगी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय के आदेशों के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न रोकने के लिए अलग से नियमों का प्रावधान किया गया है और थानों में इसके लिए शिकायतें, एफआईआर दर्ज करने और बेहतर माहौल देने की व्यवस्था की है। इस दौरान डीजीपी संजय कुंडू के साथ ही अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
तकनीकी सत्र भी किया गया आयोजित
बीपीआर एंड डी के सहयोग से आयोजित किए जा रहे सम्मेलन के तहत पहले दिन शिमला के एक होटल में तकनीकी सत्र भी आयोजित किए गए। सम्मेलन में 2 दिनों तक महिला पुलिस से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और फिर केंद्र सरकार के पास विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी। सम्मेलन में देश भर से 200 महिला पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भाग लेने पहुंची हैं।
गेयटी में लगाई प्रदर्शनी
राष्ट्रीय सम्मेलन के तहत शिमला ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसके माध्यम से पुलिस में महिलाओं के योगदान सहित पुलिस गतिविधियों के बारे में दर्शाया गया है। पुलिस पर बनी लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी। सोमवार को सम्मेलन के समापन अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर मुख्यातिथि केरूप में शिरकत करेंगे।
Source: Punjab Kesari