Bilaspur. बिलासपुर। सुक्खू सरकार का द्विवार्षिक जश्र यादगार बन गया। जिला से ताल्लुक रखने वाले नेताओं ने भी भीड़ जुटाने में कोई कमी शेष नहीं छोड़ी। जश्र के मंच पर बिलासपुर के सभी नेताओं को विशेष अधिमान दिया गया और बराबर बोलने का मौका भी दिया गया। वहीं, प्रदेश भर से हजारों लोगों ने लुहणू मैदान पहुंचकर कांग्रेस सरकार के प्रति स्नेह एवं समर्थन को प्रकट किया। खासकर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर का शक्ति प्रदर्शन आकर्षण बना। ऐसे में इस रैली के जरिए आने वाले समय में जिले के कई नेताओं का सियासी भविष्य तय होगा। लोगों की भीड़ के आगे रैली स्थल छोटा पड़ गया और लुहणू मेला ग्राउंड में लोगों के लिए कुर्सियों की व्यवस्था करनी पड़ी। बिलासपुर शहर से लेकर लुहणू मैदान तक चारों ओर जनसैलाब था। मुख्यमंत्री के प्रति लोगों का बेहद उत्साह दिखा। लोगों में इतना उत्साह था कि मंगलवार रात से ही बिलासपुर में जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। युवा-महिला कार्यकर्ता नारेबाजी करते और गीत गाते हुए रैली स्थल पर पहुंचे। पहले पांच गारंटियां सरकार पूरी कर चुकी है दो गारंटियां इस जश्र में पूरी करने सरकार ने जनता का दिल जीत लिया। इस लिहाज से सरकार अब तक सात गारंटियां पूरी कर चुकी है जबकि शेष तीन गारंटियों को समयवद्ध पूरा करने का संकल्प दोहराया है। प्रदेश के हर कोने से लोग पहुंचे और पूरी सरकार को अपना आशीर्वाद दिया।
लोग सरकार के निर्णयों की चर्चा करते देखे गए। ओपीएस से लाभान्वित कर्मचारियों और कंप्यूटर शिक्षकों ने बेहतर निर्णयों के लिए सरकार का सम्मान किया। पूरी कांग्रेस पार्टी और सरकार एकजुट दिखी, जिससे दोसाला समारोह का सफल आयोजन हुआ। रैली के दौरान पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन बजती रही। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही कलाकार मंच से किनारे बनाए गए अलग मंच पर नाचते थिरकते हुए अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे। कार्यक्रम के अंत तक कलाकारों ने माहौल बनाए रखा। सीएम ने मोदी स्टाईल में अपने भाषण की शुरूआत मां नयनादेवी व बाबा बालकनाथ के जयकारे के साथ की। अपने भाषण के दौरान हिमाचल प्रदेश के विकास का विजन प्रदेश की जनता के सामने रखा। मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को उनके घर में घेरा तो वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर भी जम कर निशाना साधा। साथ ही सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा पांच धड़ों में बंटी है और सभी अपनी अपनी कुर्सी बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन का ट्रैफिक और सिक्योरिटी प्लान कारगर साबित हुआ। एसपी संदीप धवल ने इस व्यवस्था को जिम्मा डीएसपी हेडक्वार्टर मदन धीमान को सौंपा था और मदन धीमान ने इस अपनी डयूटी को बखूबी निभाया और इसमें वह शत प्रतिशत सफल भी हुए। कहीं भी जाम की समस्या पैदा नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने देश की स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया और उनके साथ मुख्यमंत्री एक अलग तरह का लगाव लगा। मुख्यमंत्री का यह अंदाज़ सीधे लोगों के साथ जुड़ गया और उनका यह व्यक्तित्व लोगों को भा गया।