Himachal Pradesh: नया साल सभी के लिए खुशियों भरा नहीं रहा। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के करीब 100 लोग इस दिन बेघर हो गए। इनके आशियाने इनकी आंखों के सामने जलकर राख हो गए, क्योंकि जब तक फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू हुए, तब तक लोगों के सपनों का आशियाना जलकर राख हो चुका था। हालांकि फायर ब्रिगेड ने आग बुझा दी, लेकिन घरों को सुरक्षित नहीं बचाया जा सका। घटना कुल्लू जिले के बंजार घाटी के जिभी के तांदी नामक गांव की है। जिभी एक मशहूर पर्यटन स्थल है।
यहां लगी भीषण आग में 17 घर और 6 गौशालाएं जलकर राख हो गईं। इस भयानक हादसे में 15 से ज्यादा परिवारों के 100 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। बताया जाता है कि इस आग में गढ़पति शेषनाग (गांव के देवता) का भण्डार भी जलकर राख हो गया है। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कुल्लू के एसपी गोकुलचंद्र कार्तिकेय ने बताया कि इस हादसे में करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। स्थानीय प्रशासन बेघर हुए लोगों को मदद मुहैया करा रहा है।
पीड़ितों को 15 हजार रुपये की राहत, रजाई, कंबल, तिरपाल, बर्तन और राशन आदि मुहैया कराया गया है ताकि बुनियादी जरूरतें पूरी हो सकें। कुल्लू की डीसी तोरुल एस रवीश ने बताया कि आग की घटना में 20 से ज्यादा घर और गौशालाएं जलकर राख हो गई हैं। आग से प्रभावित लोगों की पूरी सूची तैयार की जा रही है। बाकी पीड़ितों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया गया है।