बिलासपुर
फॉल आर्मी वर्म कीट ने मक्की की फसल लगाने वाले किसानों और कृषि विभाग दोनों की चिंता को बढ़ा दिया है। जिले के विभिन्न इलाकों में मक्की की फसल पर फॉल आर्मी वर्म ने हमला बोल दिया है। कई हेक्टेयर जमीन पर लगी फसल को यह कीट खराब कर चुके है। कृषि विभाग और किसान इसे और नुक्सान करने से रोकने में जुटे हुए है ताकि कीट और ज्यादा मक्की की फसल को खराब न कर सके।
हालाँकि, पहले कृषि विशेषज्ञों का तर्क था कि बारिश होने के बाद यह कीट खत्म हो जाएगा, लेकिन यह अभी तक फसलों को तबाह कर रहा है। किसानों का कहना है कि इन दिनों मेघ जमकर बरस रहे है बावजूद इसके फॉल आर्मी वर्म कीट से मक्की की फसल नहीं बच पा रही है। फॉल आर्मी वर्म नामक यह कीट फसल को चट करने में लगा हुआ है। बता दें कि जिले में करीब 32 हजार हेक्टेयर भूमि पर मक्की की फसल उगाई जाती है, और किसान खेती-बाड़ी करके ही अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।
उधर, कृषि प्रसार अधिकारी करतार सिंह कश्यप ने बताया कि कृषि विभाग के केंद्रों पर कीटनाशक दवा उपलब्ध है। किसानों को सलाह दी कि क्लोरपायरीफॉस 20 ईसी दवा की दो मिली लीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर या साइपरमैथरीन 25 ईसी का छिड़काव करें। 15 दिन के बाद दोबारा छिड़काव करें।
फॉल आर्मी वर्म ऐसे पहुंचाता है नुक्सान
फ़ॉल आर्मी वर्म फसल के किसी भी चरण में पौधे के सभी हिस्सों पर हमला करता है।
क्षति बहुत तेजी से होती है- यह अपरिवर्तनीय बन जाती है।
फॉल आर्मी वर्म उपज में 60% तक का नुक्सान कर सकते हैं।
फसल की प्रारंभिक अवस्था में, यह बढ़ते छोटे-पौधों को नुक्सान पहुंचाता है।
इल्लियाँ पत्तियों को अपना भोजन बनाती हैं, जिससे उपज प्रभावित होती है।