हिमाचलप्रदेश: डॉक्टरों ने हड़ताल के माध्यम से रोष प्रकट किया, मरीजों की हालत हुई ख़राब
जानिए पूरी खबर
जनता से रिस्ता वेबडेस्क: रामपुर बुशहर। रामपुर महात्मा गांधी खनेरी अस्पताल में वीरवार को चिकित्सा अधिकारी संघ ने मांगों को लेकर सुबह 9:30 से लेकर 11:30 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद रखीं। इस दौरान डॉक्टरों ने पेन डाउन हड़ताल के माध्यम से रोष प्रकट किया। ओपीडी दो घंटे तक बंद होने से मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान मरीज डॉक्टर का इंतजार कर रहे, मगर उन्हें करीब साढ़े ग्यारह बजे तक इंतजार करना पड़ा। खनेरी अस्पताल में चार जिलों के लोग उपचार करवाने के लिए आते हैं। इसके लिए लोगों को कई किलोमीटर का सफर करके आते हैं। मगर यहां उन्हें खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। चिकित्सा अधिकारी संघ रामपुर का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है, तब तक पेनडाउन हड़ताल जारी रहेगा।
इस दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। उन्होंने प्रदेश सरकार से उनकी मांगों को पूरा न करने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। इसके तहत चिकित्सा अधिकारी अपने-अपने कार्यस्थल पर गेट मीटिंग करके आगामी रणनीति को लेकर विचार-विमर्श करना शुरू करेंगे। इस दौरान हिमाचल प्रदेश के सभी एलोपैथिक डॉक्टर संघों की संयुक्त कार्रवाई समिति की बैठक देर शाम 6:00 बजे ऑनलाइन के माध्यम से आयोजित किया गया। इसमें आम सहमति बनी।
इसमें नवीनतम वेतन आयोग के निर्देशों में घोषित विसंगतियों को दूर करने, गैर अभ्यास हिमाचल प्रदेश के डॉक्टरों के लिए भत्ता मूल वेतन के 25 प्रतिशत की दर से जारी करने, मूल वेतन और एनपीए की अधिकतम सीमा पंजाब पैटर्न के अनुसार 237600 और हिमाचल प्रदेश वेतन आयोग के उल्लिखित 218600 करके कम करने पर विरोध जताया। इसके अलावा एश्योर्ड कॅरिअर प्रोग्रेसन स्कीम एसीपीएस 4-9-14 डॉक्टरों के लिए टाइम स्केल प्रमोशन बंद न करने मांग उठाई है।
इसके अतिरिक्त स्नातकोत्तर योग्यता वाले डॉक्टरों के लिए स्नातकोत्तर भत्ता, पीजी भत्ता 7000 से बढ़ाकर 20000 प्रति माह और उसी पैटर्न पर राज्य के मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों के लिए शैक्षणिक भत्ता देने की मांग रखी। इस मौके पर सुनील शर्मा, डॉ. अजय डॉ. मनीराम, गुमान नेगी, डॉ. संदीप नेगी, डॉ. पद्म, डॉ. राजेश राणा सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।