कुल्लू: जिला कुल्लू का अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव अपने आप में एक महत्वपूर्ण उत्सव है। जिसे देखने के लिए देश व विदेश से सैलानी पहुंचते हैं। हालांकि पहले दिन भगवान रघुनाथ जी की यात्रा के दौरान भारी भीड़ देखने को मिलती है, लेकिन फिर बाकी के छह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की बात कम ही रह जाती है। इस बार हिमाचल प्रदेश में सता बदलते ही यहां अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का स्तर भी बढऩे की दिशा में है। जी हां, इस बार कुल्लू सदर के विधायक एंव सीपीएम सुंदर सिंह ठाकुर ने दशहरे के स्तर को बढ़ाने के लिए पहल शुरू कर दी है। अक्तूबर माह में मनाए जाने वाले दशहरे की तैयारी इस बार चार माह पहले ही शुरू हो चुकी हैं। सीपीएम सुंदर सिंह ठाकुर पहले अंतरराष्ट्रीय दशहरे के स्तर को उठानेे के लिए जुट गए है। जहां उन्होंने बीते दिनों दशहरे को लेकर बैठक की।
वहीं, मंगलवार को वह जिला के अधिकारियों के साथ दिल्ली पहुंचे। यहां पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव को भव्यता व अंतरराष्ट्रीय स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से विदेश मंत्रालय नई दिल्ली में विभिन्न देशों के राजदूतों से मिलने पहुंचे। सुंदर सिंह ठाकुर आवासीय आयुक्त नई दिल्ली सुशील सिंगला, सहायक आयुक्त शशि पाल नेगी के साथ विभिन्न देशों के राजदूतों से मिले। जहां पर उन्होंने अधिक से अधिक बाहरी देशों को इस दशहरे में भाग लेने की बात कही है। अंतरराष्ट्रीय दशहरे में बाहरी देशों के कलाकार न केवल अपनी संस्कृति से ही दशहरे में रूबरू करवाए, बल्कि अपने देश के हैलीक्राफ्ट वहां का खानपान इसे भी यहां पर दशहरे के दौरान प्रदर्शित करे। इसी सोच के साथ वह दिल्ली गए है। ताकि सही मायने में दशहरे का स्तर बढ़े और जिला का भी दशहरे के दौरान पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा मिले।
इस बार 10 देशों की संस्कृति की मिलेगी झलक
कुछ सालों से दशहरे का स्तर काफी नीचे गया है। बाहरी देशों से भी अब कम संख्या में कलाकार अपनी प्रस्तुति देने के लिए आते हैं। ऐसे में इस बार के दशहरे में कम से कम 8 से 10 देशों के कलाकार अपनी संस्कृति के साथ साथ वहां का खानपान, उनका हैंडीक्राफ्ट भी यहां देखने को मिलेंगे। बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पिछले साल अंतरराष्टीय दशहरा उत्सव में शमिल हुए थे। जहां पर उन्होंने भगवान रघुनाथ जी के रथ के पास जाकर भारी भीड़ के बीच माथा टेका था और साथ ही सभी देवी देवताओं का भी मंच से सर झुकाकर प्रणाम करते हुए आर्शीवाद लिया था। वहीं, अब इस दशहरे के स्तर और इसे स्वरुप को निखारने के लिए सीपीएस सुंंदर सिंह ठाकुर भी जुट गए हैं।