Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: एएसपी नरवीर राठौर की अध्यक्षता में राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने आज ठियोग में कथित जल घोटाले में ठेकेदारों, टैंकर मालिकों, चालकों व अन्य से पूछताछ की। जानकारी के अनुसार, एसआईयू ने आज करीब 40 लोगों से पूछताछ की तथा उन वाहनों की क्षमता की भी जांच की, जिनका इस्तेमाल पिछली गर्मियों में क्षेत्र में पानी वितरित करने के लिए किया गया था। राठौर ने कहा, "एसआईयू मामले के हर पहलू पर गौर कर रही है तथा साक्ष्य जुटा रही है। हम जल्द ही मामले की तह तक पहुंच जाएंगे।" बता दें कि पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी के आधार पर ठियोग व आसपास के क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पानी वितरण में उन्होंने आरोप लगाया था कि पानी वितरण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मात्रा में करीब दस गुना वृद्धि की गई है तथा टैंकर के रूप में दिखाए गए कुछ वाहनों के पंजीकरण नंबर कार व मोटर साइकिल के निकले। इसके बाद सरकार ने जल शक्ति विभाग के 10 अधिकारियों को निलंबित कर दिया तथा मामले की सतर्कता जांच के आदेश दिए। सरकार ने ठेकेदारों को काली सूची में डाल दिया। इस बीच, ठियोग विधायक कुलदीप राठौर ने आज जल शक्ति विभाग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री से बात की और उनसे क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करने का आग्रह किया क्योंकि ठेकेदारों को काली सूची में डाल दिया गया है। भाजपा पर “मामले का राजनीतिकरण” करने का आरोप लगाते हुए विधायक ने दावा किया कि वह भाजपा के शासनकाल में हुए घोटालों का खुलासा करेंगे। अनियमितताओं को उजागर किया था।