संजौली कालेज में जी-20 सम्मेलन कार्यक्रम

Update: 2023-10-08 12:15 GMT
शिमला। संजौली कालेज के अर्थशास्त्र विभाग ने शनिवार को जी-20 सम्मेलन पर कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज प्राचार्य डाक्टर भारती भागड़ा ने दीप प्रज्वलित कर की। कार्यक्रम में अर्थशास्त्र के छात्रों ने विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मुद्दों को उजागर किया। विभाग के छात्रों ने जापान, ब्राजील, कनाडा, रूस, भारत, अमेरिका व ब्रिटेन देशों का प्रतिनिधित्व कर जी-20 सम्मेलन में भाग लिया। सभी प्रतिनिधियों ने अपने-अपने देश के आर्थिक हितों का सम्मेलन में उजागर किया। चर्चा की शुरुआत भारत के नेतृत्व में हो रहे जी-20 सम्मेलन में जापान ने अपने देश के हितों को उजागर करते हुए साउथ चाइना सी में चीन की बढ़ती गतिविधियों की निंदा करते हुए इसे मुक्त व्यापार के लिए घातक बताया। कनाडा, ब्रिटेन व फ्रांस ने यूरोप की अर्थिकी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यूरोप के कई देश आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे है। इसके लिए विश्व के देशों को आगे आकर मिल-जुलकर विश्व अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।
मेजबान देश भारत ने कहा कि वर्तमान युग युद्ध का नहीं है, इससे विश्व अर्थव्यवस्था पर काफी प्रतिकूल असर पड़ते हैं। भारत के कहने पर विश्व के सभी देश भारत-मिडल ईस्ट-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर बनाने के लिए सहमत हुए। इसके माध्यम से एक दोनों महाद्वीपों के बीच व्यापक व्यापार करने के लिए रास्ता खुलेगा और आसपास के देश आसानी से व्यापार करेंगे। भारत की अध्यक्षता में अफ्रिकन यूनियन को जी-20 का सदस्य बनाया गया। इसके बाद बहुत जल्द जी-20 का नाम जी-21 हो जाएग। प्रतिभागियों ने जी-20 में अपनी भूमिका, इसके महत्व और सतत विकास लक्ष्यों और विभिन्न विकासात्मक कार्यक्रमों के संबंध में अपनी भविष्य की योजनाओं को प्रस्तुत किया। वहीं कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों ने प्रतिभागी देशों से विश्व अर्थव्यवस्था के बारे में प्रश्न पूछे जिसका सभी देशों अपने हितों के अनुसार उत्तर दिए। अर्थशास्त्र की प्रोफेसर कृति धोल्टा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया । कालेज प्राचार्य डाक्टर भारती भागड़ा ने अर्थशास्त्र विभाग की पहल की सराहना करते हुए कार्यक्रम करवाने के लिए बधाई दी।
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