बिलासपुर: सामरिक महत्त्व की भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन के तहत बध्यात से लेकर बरमाणा तक चार टनल निर्माण का टेंडर अवार्ड हुआ है। इन सभी चार सुरंगों की कुल लंबाई 6.64 किलोमीटर होगी। टनल पैकेज-6 के तहत यह टेंडर मैक्स इन्फ्रा कंपनी को दिया गया है। बध्यात से आगे बरमाणा के बीच यह टनल निर्मित की जाएंगी।इससे पहले ब्रिज पैकेज-दो के तहत कुल 1.48 लंबाई के आठ ब्रिज का टेंडर एसआईपीएल कंपनी और ब्रिज पैकेज-तीन के तहत 2.38 किलोमीटर लंबाई के दो ब्रिज का टेंडर एचजी इन्फ्रा को अवार्ड हो चुका है। खास बात यह है कि यह दोनों ही वायडक्ट तकनीक आधारित ब्रिज बिलासपुर शहर में गोबिंदसागर झील पर प्रस्तावित हैं। इन ब्रिज के बन जाने से यह एक आकर्षण का केंद्र भी बनेंगे। इस प्रोजेक्ट को 2025 तक धरोट तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
अभी तक कुल 20 में से नौ टनल ब्रिज थ्रू हो चुकी है, जबकि शेष टनल का निर्माण कार्य जारी है। यह प्रोजेक्ट 6600 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत का है और अभी आगे यह कॉस्ट और बढ़ेगी। यह रेलवे लाइन छह पैकेज में बन रही है, जिसके तहत पैकेज एक के तहत जंडौरी-धरोट, धरोट-मैहला, मैहला-धनस्वाई, कोट-भराड़ी, भराड़ी-बध्यात और बध्यात से आगे बरमाणा तक कुल छह पैकेज में कार्य किया जा रहा है। उधर, रेलवे लाईन पर चिन्हित की गई निजी जमीन को एक्वायर करने के लिए प्रक्रिया जारी है। लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर अभिषेक गर्ग के अनुसार जमीन के अधिग्रहण को लेकर प्रक्रिया चल रही है।
26.13 किलोमीटर ट्रैक टनल में, 8.54 पुल पर
रेलवे लाइन का ट्रैक 26.13 किलोमीटर टनल के भीतर होगा, जबकि कुल 8.54 किलोमीटर ट्रैक पर ब्रिज होंगे। ऐसे में 27.93 किलोमीटर ट्रैक ही ओपन होगा। इस तरह से जंडौरी से लेकर बैरी बरमाणा तक का सफर रोमांच से भरपूर होगा। रेलवे लाइन पर शुरुआती सात टनल में ब्लास्टलैस ट्रैक (बीएलटी) बिछाने की कवायद शुरू हो चुकी है। यह तकनीक पूरी तरह से सुरक्षित है। कार्य जोरों पर है और जल्द ही यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।