नए साल के पहले ही दिन आग में सबकुछ गंवाने के बाद कुल्लू जिले के बंजार उपमंडल की जिभी घाटी के तांदी गांव के 33 प्रभावित परिवारों के 146 लोग अपने रिश्तेदारों के तंबू, मकान और झोपड़ियों में सर्द रातें गुजार रहे हैं।
कुछ लोग गोशालाओं में रह रहे हैं। पुश्तैनी मकान जलकर राख होने और जीवन भर की कमाई राख होते देख बुजुर्ग सदमे में हैं। आग ने गांव के करीब आधे हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें 17 मकान और छह गोशालाएं जलकर खाक हो गईं।
प्रभावित लोगों में से कुछ दलीप सिंह, चेतन सिंह, दुनी चंद, डोलू देवी और यज्ञ चंद ने बताया कि गांव के आधे से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। उन्होंने बताया कि दो परिवार खेतों में तंबू लगाकर रह रहे हैं। कुछ ग्रामीण अपने पशुओं को खुले आसमान के नीचे रखने को मजबूर हैं। तांदी पंचायत के प्रधान पारस राम ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन को इस भीषण मौसम में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की जल्द व्यवस्था करनी चाहिए।