हरियाणा के पूर्व कमांडेंट की सिम इस्तेमाल करता था फर्जी आईजी, एसआईटी कर रही पूछताछ
फर्जी आईजी मामले में एक और खुलासा हुआ है। आरोपी विनय अग्रवाल हरियाणा के एक होमगार्ड कमांडेंट पद से सेवानिवृत्त हुए अफसर की सिम इस्तेमाल करता था।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फर्जी आईजी मामले में एक और खुलासा हुआ है। आरोपी विनय अग्रवाल हरियाणा के एक होमगार्ड कमांडेंट पद से सेवानिवृत्त हुए अफसर की सिम इस्तेमाल करता था। आरोप है कि इसी सिम से वह कारोबारियों को पैसा वसूली के लिए फोन करता था। जांच में नाम सामने आने के बाद विशेष जांच टीम (एसआईटी) रिटायर्ड कमांडेंट से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि यह पूर्व अफसर अंतरिम जमानत के लिए हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चक्कर काट रहा है। अभी तक इस मामले में किसी को जमानत नहीं मिली है। आरोपी अग्रवाल इसके साथी सेठी सहित अन्य अंतरिम जमानत पर हैं।
मामले में एसआईटी ने हरियाणा पुलिस के दो कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार रिटायर्ड होमगार्ड कमांडेंट आरोपी अग्रवाल का दोस्त बताया जा रहा है, लेकिन इसकी भी जांच पड़ताल जारी है। अब तक जांच में जिन-जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उन्हें पूछताछ के लिए शिमला बुलाया जा रहा है। एसआईटी आधा दर्जन आरोपित लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। एसआईटी ने जांच में सामने आ रहे लोगों के बैंक खाते खंगालने शुरू किए हैं। एसआईटी जांच में सामने आया है कि आरोपी विनय के खाते से करोड़ों की राशि इधर-उधर हुई है।
मामले की जांच के लिए गठित सीआईडी की एसआईटी आरोपी के बैंक खातों के अलावा संपत्तियों की भी जांच कर रही है। आरोप है कि फर्जी आईजी ने कालाअंब, बद्दी, नालागढ़ में उद्योगपतियों से 1.49 करोड़ से ज्यादा की अवैध वसूली की है। आशंका है कि बाहरी राज्यों के उद्योगपतियों को भी आरोपी ने चूना लगाया होगा। एसआईटी को पता चला है कि जब फर्जी आईजी औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा करता था, तो उसके साथ हरियाणा पुलिस के कर्मचारी होते थे। इनमें दो पुलिस कर्मचारी गिरफ्तार किए गए हैं। एसआईटी को आशंका है कि इस गिरोह में और लोग भी शामिल हो सकते हैं।