शिमला: हिमाचल प्रदेश न्यूज डेस्क!! मानसून की वापसी से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। मंगलवार को राज्य के 6 जिलों में बारिश शुरू हुई और शुक्रवार तक जारी रही. भारी बारिश थमने के बावजूद राज्य में भूस्खलन का कहर जारी है. तीन दिन बाद आज हिमाचल के लोगों ने खुली हवा में सांस ली। लेकिन आज भी भूस्खलन की घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में राज्य में 54 घर ढह गये. इसके अलावा 85 पशु आश्रय स्थल भी ढहा दिए गए। भूस्खलन की सबसे ज्यादा घटनाएं मंडी जिले में हुईं जहां सबसे ज्यादा 35 घर गिरे. कांगड़ा में नौ, शिमला और सोलन में तीन-तीन, ऊना और हमीरपुर में दो-दो घर भूस्खलन की चपेट में आए।
4 NH समेत 729 सड़कें अवरुद्ध
बारिश थमने के बाद भी हिमाचल के कई इलाकों में भूस्खलन जारी है. इस वजह से सड़कों पर लंबा जाम लग गया है. फिलहाल राज्य के चार राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 729 सड़कों पर भी वाहनों की आवाजाही बंद है. मंडी जिले में जहां भूस्खलन के कारण सबसे ज्यादा घर नष्ट हुए हैं, वहीं सबसे ज्यादा 282 सड़कें भी बंद हैं. इसके अलावा शिमला में 229, हमीरपुर में 125 और कांगड़ा जोन में 89 सड़कें प्रशासन ने पूरी तरह से बंद कर दी हैं. वहीं एनएच 305, 705, 21ए और 3 पर भी वाहनों की आवाज बंद है.
जानिए आईएमडी का अलर्ट
हिमाचल में जारी तबाही के बीच आईएमडी ने 31 अगस्त तक पूरे राज्य में मौसम खराब रहने का अनुमान जताया है. अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है.