चुवाड़ी। बसोदन ईको क्लब, राजकीय महाविद्यालय चुवाड़ी पर्यावरण के प्रति जागरूक व्यक्तियों का वह समर्पित समूह है जो समुदाय के भीतर स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में हमेशा महत्त्वपूर्ण कदम उठाता रहा है। वन्यजीव जागरूकता अभियान के छठे दिन को अपशिष्ट से शिल्प निर्माण के रूप में मनाते हुए अध्यक्ष प्राचार्य डा. पीएल भाटिया ने कहा कि विषय पुन: उपयोग और पुनचक्रण का अपना अलग ही महत्त्व है जिससे रचनात्मकता और जागरूकता का बेहतर संदेश दिया जा सकता है।
इस गतिविधि में सदस्यों और विद्यार्थियों की उत्साही भागीदारी को देखते हुए उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की और प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। जागरूकता अभियान के आयोजनकर्ता डा. रूप ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह दिखाना है कि आम तौर पर बेकार समझी जाने वाली रोजमर्रा की साधारण वस्तुओं को कैसे सुंदर और उपयोगी शिल्प में बदला जा सकता है, जिससे उनके पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा सके। कार्यक्रम के माध्यम से कार्डबोर्ड, प्लास्टिक की बोतलें, पुरानी पत्रिकाएं और अन्य सामग्रियों को पुन: उपयोग में लाने की अनंत संभावनाओं को प्रदर्शित किया गया। प्रतियोगिता में कुल 45 विद्यार्थियों ने प्रतिभा की रणभूमि में अपना कौशल दिखाया।