ऋषिकेश न्यूज़: चारधाम यात्रा का संचालन एक ही छत के नीचे से करने के उद्देश्य से करोड़ों की लागत से बनाए गए यात्री पंजीकरण एवं ट्रांजिट कैंप भवन के कार्य की गुणवत्ता की पोल खुलनी शुरू हो गई है. तीन मंजिले ट्रांजिट कैंप की छत का फर्श जगह-जगह से उखड़ने और दरारें पड़ने का मामला सामने आया है. कार्यदायी संस्था छत की फर्श पर आयी दरारों को ढकने के लिए लीपापोती करने में जुट गई है.
संयुक्त यात्रा बस अड्डा मार्ग पर 14 करोड़ की लागत से निर्मित यात्री पंजीकरण एवं ट्रांजिट कैंप का शुभारंभ 21 अप्रैल को चारधाम यात्रा के आगाज पर हुआ था. हैरत की बात यह कि 19 दिन बाद ही तीसरी और अंतिम मंजिल की छत का फर्श उखड़ना शुरू हो गया है. यही नहीं छत पर कई जगह दरारें भी आ गई हैं.
कार्य की गुणवत्ता में कमी उजागर होने पर कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल में खलबली मच गई है. आनन-फानन में उखड़े फर्श और दरारों को भरने का काम शुरू कर दिया है. अंतिम मंजिल की छत पर श्रमिक फर्श को साफ कर काले रंग के लिक्विड से भरते नजर आए. जानकारी जुटाने पर बताया कि यह मिश्रण तारकोल ब्रिडिंग का है. इस मिश्रण की पेंटिंग पूरी छत पर करने के बाद विशेष तरह की रबर की चादर बिछाई जाएगी. बताया कि कई बार पानी की पर्याप्त तराई नहीं होने से फर्श पर इस तरह की दरारें आ जाती है, इससे किसी तरह का खतरा नहीं है.
यात्रा पंजीकरण एवं ट्रांजिट कैंप की छत का फर्श उखड़ने और दरारें पड़ने का मामला संज्ञान में आया है. स्थलीय निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल को उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है. फर्श पर आयी दरार से किसी तरह का खतरा नहीं है.-एके श्रीवास्तव, व्यैक्तिक सचिव, यात्रा प्रशासन संगठन