शिमला। मौसम विभाग द्वारा बादल फटने और अचानक बाढ़ आने की जताई गई संभावना के बीच में कुल्लू के काइस व खराहल में बादल फटे, जिसमें लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है, वहीं गाडिय़ां भी बह गई हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी 7 जिलों शिमला, चम्बा, कुल्लू, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर व हमीरपुर में बाढ़ आने की संभावना जताते हुए यैलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 23 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा, लेकिन 21 जुलाई तक यैलो अलर्ट रहेगा और इस दौरान अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी। भूस्खलन, अचानक बाढ़, नदियों-नालों में जलस्तर में वृद्धि की घटनाएं शामिल होंगी।
सोमवार को यैलो अलर्ट के बीच में राजधानी शिमला सहित कई क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई। हालांकि आसमान पर बादलों व कोहरे का आवरण बना रहा। सोमवार को सुंदरनगर में 2, धर्मशाला में 10.2, ऊना में 2, नाहन में 2.1, मंडी में 9, धौलाकुआं में 5.5, सराहन में 10, शाहपुर में 7 व बजौरा में 2 मिलीमीटर वर्षा हुई है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में जिला कुल्लू में बादल फटने से एक की मौत, 3 घायल, वाहन क्षतिग्रस्त, शिमला जिला के रोहड़ू में बादल फटने व पेड़ उखडऩे की घटनाएं सामने आई हैं और कटौला में 9, रेणुका, सेओबाग, रोहड़ू में 4, नाहन, भरमौर व सुंदरनगर में 3, जोगिंद्रनगर, भुंतर, तीसा, चम्बा, करसोग व शिमला में 2 सैंटीमीटर वर्षा हुई है। सोमवार को ऊना में राज्य का अधिकतम तापमान 24.8, केलांग में 12.1 डिग्री न्यूनतम तापमान, वहीं शिमला में अधिकतम तापमान 24 डिग्री दर्ज हुआ है।
24 दिनों के मानसून के इस सीजन में 122 लोगों की मौत, 12 लापता और 140 लोग घायल हुए हंै, जबकि नुक्सान का आंकड़ा 46.35 अरब पार कर गया है। जलशक्ति विभाग को 1293.22 करोड़, लो.नि.वि. को 1429.77, विद्युत बोर्ड को 1445.64, बागवानी विभाग को 75.27 और शहरी विकास विभाग को 6.47 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है। इस दौरान 490 मकान पूरी तरह व 4146 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हंै। 133 दुकानें व 1071 गऊशालाएं क्षतिग्रस्त होने के साथ 943 मवेशियों की जान गई है। इस दौरान भूस्खलन की 56 और बाढ़ आने की 43 घटनाएं घटित हुई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सोमवार शाम तक राज्य में 2 नैशनल हाईवे और 720 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। एस.ई.एन.एच. शिमला व एस.ई.एन.एच. शाहपुर के तहत 1-1 नैशनल हाईवे, शिमला जोन में 448, मंडी जोन में 230, हमीरपुर जोन में 10, कांगड़ा जोन में 30 सड़कें बंद चली हुई हैं।