कुल्लू | गड़सा वैली के पंचानाला में मंगलवार सुबह 4 बजे बादल फटने से तबाही मच गई। पंचानाला में बादल फटने से आई बाढ़ में 5 घर बह गए। इसके अलावा 15 घरों को नुक्सान हुआ है। भुंतर गड़सा मनियार सड़क भी कई जगहों पर बाढ़ में बह गई। तड़के जब नाला उफान पर आया तो इसमें लुढ़कती चट्टानों, पेड़ों की आवाज सुनकर लोग घरों से जान बचाकर भागे। मूसलाधार बारिश के बीच लोगों ने सारा वक्त सड़क पर आसपास सुरक्षित जगहों पर बैठकर बगीचों में बिताया। सुबह जब लोगों ने देखा तो उनके घर बह गए थे और कइयों के क्षतिग्रस्त हो गए थे।
उधर, मणिकर्ण में ब्रह्मगंगा नदी में बादल फटने से बाढ़ आ गई। मणिकर्ण नगरी में नदी किनारे के घरों में रह रहे लोग घरों से निकल गए। ब्रहमगंगा में 2 वर्ष पहले भी बाढ़ आई थी और 5 लोगों की मौत हुई थी। गड़सा वैली में हुई घटना के बाद मंगलवार सुबह ही राजस्व विभाग से पटवारियों को इलाके के लिए रवाना किया गया। उसके बाद तहसीलदार इलाके में पहुंचे।
डीसी आशुतोष गर्ग ने बताया कि बादल फटने से 5 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं तथा 15 मकानों को नुक्सान पहुंचा है। भुंतर-गड़सा-मनियार मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। बादल फटने से निजी तथा सरकारी भूमि को भी नुक्सान पहुंचा है। इससे 2 पुल भी बाढ़ में बह गए हैं। कुछ मवेशियों के भी बाढ़ में बहने की सूचना है। मणिकर्ण की ब्रहमगंगा नदी में भी बाढ़ आई है। वहीं मलाणा प्रोजेट-2 के डैम में अब जलस्तर घट गया है। डैम को खाली करवा दिया गया है।