हिमाचल प्रदेश में 119 साल का हुआ केंद्रीय अनुसंधान संस्थान

Update: 2023-05-10 14:31 GMT

मनाली न्यूज़: देश के एकमात्र केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली के 119वें स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने शिरकत की. मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्थापना दिवस की अध्यक्षता करते हुए, उन्होंने सीआरआई की अब तक की यात्रा के दौरान अविस्मरणीय उपलब्धियों की सराहना की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली की उपलब्धियां असाधारण हैं. उन्होंने कहा कि संस्थान ने कोरोना संक्रमण काल में कोरोना टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन के कार्य में प्रदेश की जनता के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में संस्थान नई तकनीक का उपयोग कर कई जटिल बीमारियों का इलाज संभव कर पाएगा।

डॉ. शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में प्रदेश में ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। इसी कड़ी में आईजीएमसी शिमला, राजकीय मेडिकल कॉलेज टांडा (कांगड़ा), हमीरपुर, नाहन, चंबा और नेरचक मेडिकल कॉलेज चरणबद्ध तरीके से यूरोलॉजी, जनरल सर्जरी, स्त्री रोग, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी और गैस्ट्रो सर्जरी में रोबोटिक्स की शुरुआत करेंगे। सर्जिकल सुविधाएं मुहैया कराने पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समेत विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है. उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली में भी ऐसे रोगों पर शोध किया जाये जो पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक पाये जाते हैं। हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग और युवा सेवा एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 118 साल के कार्यकाल में केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली ने यह साबित कर दिया है कि यह संस्थान प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल और नवाचार में अग्रणी है।

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