बीएसएनएल के कर्मचारी भी केंद्र सरकार के विरोध में

कर्मचारियों ने बोला हल्ला

Update: 2024-02-17 06:02 GMT

कुल्लू: एक और जहां किसान अपनी मांगों को लेकर देश की राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वही अब बीएसएनएल के कर्मचारी भी केंद्र सरकार के विरोध में आ गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन संशोधन के मामले में केंद्र की सरकार कर्मचारियों का शोषण कर रही है, जिसके चलते ढालपुर में भी बीएसएनएल के कर्मचारियों द्वारा एक दिन की हड़ताल की गई। इस दौरान कर्मचारियों ने केंद्र सरकार पर बीएसएनएल को कमजोर करने के लिए निजी कंपनियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। भारत संचार निगम लिमिटेड एम्पलाइज यूनियन हिमाचल प्रदेश के परिमंडल सचिव तारा चंद ठाकुर ने कहा कि बीएसएनएल कर्मचारियों के विभिन्न लंबित मुद्दे कई वर्षों से चले हैं। बीते 2017 से वेतन संशोधन का मुद्दा कई बार सरकार के सामने उठाया और दिल्ली तक धरने प्रदर्शन किया।

लेकिन सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को गौर नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बीएसएनल को कमजोर कर रही है और बीएसएनएल को अब तक 4जी और 5जी लाइसेंस नहीं दिया है। इसके अलावा जियो और एयरटेल कंपनी को सरकार ने बढ़ावा दिया है, जिससे कर्मचारियों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि वेतन रिवीजन और पेंशन संशोधन 2017 से पेंडिंग है। अब ऐसे में केंद्र सरकार नों एग्जीक्यूटिव के लिए नई नीति लागू करें और श्रम शक्ति के पुनर्गठन की समीक्षा करें। बी एस एन एल में आउटसोर्सिंग को बंद करें और सरकार 4 श्रमिक विरोधी श्रम संहिताओं को निरस्त करें। सार्वजनिक क्षेत्र में उपक्रमों का निजीकरण बंद करें और राष्ट्रीय मुद्रा कानून पाइप लाइन रद्द करें।

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