क्रिप्टो करंसी घोटाले की जांच में बड़ा खुलासा, इस राज्य के रहने वाले हैं मुख्य आरोपी

Update: 2023-10-04 09:32 GMT
शिमला। क्रिप्टो करंसी घोटाले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। एसआईटी जांच में सामने आया है कि जिला कांगड़ा के पालमपुर में दर्ज हुए क्रिप्टो करंसी से जुड़े मामले में 18 करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया गया। इस प्रकरण में जो मुख्य आरोपी सामने आए हैं, वे हिमाचल के निवासी हैं। इनमें सुभाष शर्मा, सुखदेव ठाकुर व हेमराज ठाकुर सहित अन्य शामिल हैं। इनमें से सुखदेव ठाकुर व हेमराज ठाकुर को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि सुभाष शर्मा व अन्यों की तलाश जारी है। प्रदेश में क्रिप्टो करंसी का खेल वर्ष 2018-19 से चल रहा है, ऐसे में करोड़ों रुपए की ठगी से जुड़े इस मामले में एसआईटी ने मुख्य आरोपियों की पहचान कर उनकी संपत्तियों की मैपिंग करने के साथ वित्तीय जांच शुरू कर दी है। दावा है कि जल्द ही क्रिप्टो करंसी से जुड़े घोटाले में संलिप्त सभी आरोपियों को बेनकाब कर सलाखों के पीछे धकेल दिया जाएगा।
जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने निवेशकों को लुभाने के लिए उच्च रिटर्न के वायदे किए। इसके साथ ही आरोपियों पर अपने फायदे के लिए क्रिप्टो करंसी की कीमतों में हेरफेर करने का भी आरोप है, जिससे निवेशकों को भारी नुक्सान हुआ। इसके साथ ही आरोपियों ने नियमों और मूल्यों को बदलते हुए नई क्रिप्टो मुद्राओं डीजीटी कॉइन और बीटीपीपी टोकन पर भी स्विच किया। जांच में ये भी सामने आया है कि जब शिकायतकर्ता ने निवेशकों से रिफंड मांगा तो आरोपियों ने उन्हें धमकाने का भी प्रयास किया। इसके साथ ही आरोपियों पर क्रिप्टो मुद्राओं से संबंधित ऑनलाइन रिकाॅर्ड के साक्ष्य मिटाने व वैबसाइटों को हटाने का भी आरोप है। क्रिप्टो करंसी के नाम पर आरोपियों ने एक बड़े घोटाले को अंजाम दिया। ऐसे में एसआईटी 50 से अधिक शिकायतों की जांच में जुटी हुई है, जिसके तहत करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया।
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