सोलन। राज्य स्तरीय शूलिनी मेले में बिना अनुमति के कोई भी भंडारा नहीं लगेगा। इसके लिए प्रशासन की अनुमति लेनी होगी। जिला प्रशासन की टीम इस पर पूरी नजर रखेगी। यह निर्णय मेले को लेकर आयोजित बैठक में लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में माता शूलिनी के कल्याणों द्वारा मंदिर के पुजारी की अनदेखी का मुद्दा उठाया गया। कल्याणों ने कहा कि पिछले 18 वर्षों से वे इस मामले को उठा रहे हैं लेकिन अब तक मंदिर के पुजारी जोकि सुबह-शाम मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। उनकी अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर की ट्रस्ट की बैठक मात्र साल में 2 बार होती है। उन्होंने यह भी कहा कि मेले के आयोजन के लिए कल्याणों से सलाह नहीं ली जाती है। अधिकारी एक -दो साल के लिए यहां पर ट्रांसफर होकर आते हैं और मात्र आश्वासन देकर चले जाते हैं। बैठक में मेले के दौरान महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए गए। पुलिस अधिकारियों से मेले के दौरान पहले से ही क्षेत्र में पहुंचने वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखने की मांग सदस्यों ने की। बैठक में चर्चा की गई कि लोगों को इस विषय में जागरूक किया जाएगा कि वे महंगा सामान लेकर मेले में न आएं। विशेषतौर पर महिलाओं से गहने न पहनकर आने की अपील की जाएगी ताकि चेन स्नैचिंग के मामले रोके जा सकें। बैठक में माता के कल्याणों को शुरू में बैठने लिए उचित स्थान नहीं मिला।
वे सबसे पीछे बैठे रहे। बाद में किसी की नजर उन पर पड़ी और उन्हें आगे बिठाया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मेले में जन आस्था का सम्मान करते हुए सभी की सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखा जाए। सभी को मां शूलिनी के दर्शन करवाना जिला प्रशासन का नैतिक उत्तरदायित्व है। उन्होंने उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि इस दिशा में पूरी योजना के साथ व्यवस्था को अंतिम रूप प्रदान करें। उन्होंने कहा कि मेले में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए व भंडारों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित बनाई जाए। सांस्कृतिक संध्याओं में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए व उभरते कलाकारों को उचित मौका प्रदान किया जाए। मेला समिति के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा ने कहा कि मेले में भंडारों के लिए ऑनलाइन अनुमति प्राप्त करनी होगी। कूड़ा निष्पादन के लिए भंडारा आयोजकों का भी उत्तरदायित्व होगा। इस दिशा में प्रशासन द्वारा बनाई गई निरीक्षण टीमें नियमित जांच करेगी। मेला अवधि में ठोडो मैदान के अतिरिक्त 2-3 संवेदनशील स्थलों पर एम्बुलैंस तैनात रहेगी। पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र शर्मा ने मेला अवधि में सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि मेला स्थल एवं आसपास के क्षेत्र की ड्रोन द्वारा निगरानी की जाएगी तथा सभी आवश्यक स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती रहेगी। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की जा रही है। मेले को देखते हुए अभी से संदिग्ध लोगों पर नजर रखना शुरू कर दी है। दूसरे राज्यों से यहां पर आए करीब 30 संदिग्ध लोगों को वापस भेजा जा चुका है। कुछ लोगों की वैरिफिकेशन की जा रही है।