रोपवे की ट्रॉली में फंसे सभी 11 लोग सही सलामत किया गया रेस्क्यू, जानिए पूरी खबर

Update: 2022-06-20 12:23 GMT

ब्रेकिंग न्यूज़: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में जमीन से 150 फीट की ऊंचाई पर केबल कार के अटकने से फंसे सभी 11 यात्रियों को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया है. इससे पहले ट्रॉली फंसे होने परयात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया था. आनन-फानन में रेस्क्यू टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया. सोलन स्थित परवाणू टिम्बर ट्रेल में तकनीकी खराबी के कारण कुल 11 पर्यटक फंस गए थे. ताजा अपडेट के मुताबिक सभी पर्यटकों का रेस्क्यू कर लिया गया है. फंसे हुए टूरिस्ट को निकालने के लिए दूसरी केबल कार ट्राली भेजी गई.

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा, "सभी 11 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. खराब मौसम के कारण बचाव दल को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. मैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एनडीआरएफ टीम को जल्द से जल्द मौके पर पहुंचाने और फंसे हुए लोगों के बचाव के लिए वायुसेना को अलर्ट पर रखने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं."

सोलन जिले के परवाणु में स्थित टिंबर ट्रेल जगह पर लगी इस केबल कार की स्थापना 1988 में की गई थी. यहां पहले भी हादसा हुआ है. सन 1992 में यहां 10 टूरिस्ट और एक ऑपरेटर फंस गए थे. इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि सोलन के परवाणू टिम्बर ट्रेल में फंसे पर्यटकों का बचाव अभियान जारी है, वह खुद भी मौके पर पहुंच रहे हैं.

1992 के हादसे में 11 में से 10 लोग निकाले गए थे सुरक्षित: 1992 के हादसे में ऑपरेटर ने ट्राली से छलांग लगा दी और उसकी मौत हो गई थी. वहीं बाकि फंसे लोगों के लिए सेना की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था और सभी 10 टूरिस्ट को बचाया गया था. दरअसल सोलन स्थित टिंबर केबल कार का माजा लेने के लिए हिमाचल समेत चंडीगढ़ से भी काफी टूरिस्ट आते हैं. यह जगह चंढीगढ़ से पास है. ऐसे में चंडीगढ़ के लोग वीकेंड पर पहाड़ी पर स्थित इस रिसोर्ट में लंच व डिनर करने के लिए पहुंचते हैं.

सोलन में इस साल पर्यटकों की भारी भीड़ है. जिल में पर्यटन स्थलों पर इस वीकेंड भी लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. होटल संघ के मुताबिक कसौली और चायल के होटलों में सप्ताहांत पर सौ प्रतिशत तक आक्युपेंसी रही. आगे आने वाले दिनों के लिए होटलों में एडवांस बुकिंग है.

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