उपचुनाव में हार के बाद अब ये मंत्री और नेता भी जाएंगे दिल्ली, हिमाचल में सियासी हलचल
हिमाचल प्रदेशर में चार उपचुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के पास सरकार के प्रभारी मंत्रियों द्वारा सफाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है।
शिमला, हिमाचल प्रदेशर में चार उपचुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के पास सरकार के प्रभारी मंत्रियों द्वारा सफाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में सबसे बड़ी हार के बाद मंडी संसदीय सीट से प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर नड्डा के समक्ष अपना पक्ष रखकर लौट आए हैं। मंडी लोकसभा उपचुनाव में हार के लिए जिम्मेदार नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में दी गई है। 16 नवंबर से 19 नवंबर तक शिमला में पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन हो रहा है। प्रदेश सरकार के मंत्रियों व विधायकों की व्यस्तता के कारण हो सकता है कि प्रभारी मंत्री हार के कारणों से जुड़ी समीक्षा रिपोर्ट 19 नवंबर के बाद देने के लिए जाएं।
प्रभारी बताएंगे हार के कारण
अब कांगड़ा जिला के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को मिली हार के कारणों की रिपोर्ट प्रभारी मंत्री बिक्रम सिंह देने के लिए दिल्ली जाएंगे। यहां पर हुए उपचुनाव को लेकर सरकार व आलाकमान को जीतने का फीडबैक दिया गया था। बिक्रम सिंह के साथ फतेहपुर सीट के लिए मंत्री राकेश पठानिया सह प्रभारी मंत्री थे। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि राकेश पठानिया भी हार के कारणों को लेकर फीडबैक देने के लिए दिल्ली जा सकते हैं। जुब्बल-कोटखाई में जमानत जब्त हुई.
शिमला जिला के तहत आने वाले जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी नीलम सरैइक की जमानत जब्त हुई थी। इस सीट पर हार के कारणों को लेकर प्रभारी मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से ये तर्क दिया जा सकता है कि जब वहां पर संगठन ही नहीं था तो मैं क्या कर सकता था। दोनों डाक्टर जाएंगे दिल्लीअर्की विधानसभा सीट पर हुई हार को लेकर प्रभारी रहे डाक्टर राजीव बिंदल रिपोर्ट लेकर दिल्ली जाएंगे। इसके अलावा सोलन जिला से सरकार में मंत्री होने के कारण डाक्टर राजीव सैजल भी अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली जा सकते हैं।