शिमला | दो दिनों में भी लंपी वायरस ने 16 मवेशियों को लील दिया है, जबकि एक पखवाड़े में लंपी वायरस से करीब 100 मवेशियों की मौत हो गई है। राज्य में लंपी वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसे राष्ट्रीय आपदा भी घोषित नहीं किया गया है। प्रतिदिन लंपी वायरस से न केवल मवेशियों की मौत हो रही है, अपितु मामले भी थम नहीं रहे हैं। 14 व 15 जुलाई को दो दिन में ही 16 मवेशियों की मौत हो गई, जिसमें 14 को 9 व 15 को 7 पशुओं ने दम तोड़ा है। इससे पहले 13 जुलाई को 13, 12 को 7, 11 को 8, 10 को 5, 9 को 1, 8 को 1, 7 को 12, 6 को 7, 5 को 10, 4 को 5, 3 को 6, 2 को 1 और पहली जुलाई को 6 मवेशियों की मौत हो चुकी है।
लंपी वायरस के अब तक प्रदेश में 1,43,066 मामले सामने आ चुके हंै और अभी तक इस बीमारी से 11,515 मवेशियों की मौत हो चुकी है। 1,30,934 मवेशियों ने इस बीमारी पर काबू भी पाया है और 15 जुलाई तक राज्य में लंपी वायरस के 617 केस एक्टिव चल रहे हैं। लंपी वायरस रोग के कारण किसानों ने अपने मवेशियों को खो दिया है। इस बीमारी से काबू पाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू की गई और राज्य में 10,63,528 मवेशियों का 15 जुलाई तक टीकाकरण कर लिया गया है। टीकाकरण करने के कारण मवेशी इस बीमारी से काफी हद तक बच रहे हैं, इसीलिए विभाग द्वारा किसानों से अपने मवेशियों का टीकाकरण करवाने की बार-बार अपील की जा रही है।