करनाल में बैंक लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
बैंक लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
करनाल: घरौंडा के केनरा बैंक में हथियार के बल पर नगदी लूटने की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को करनाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल मोटर साईकिल, दो अवैध पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस व एक मैगजीन बरामद की गई है. करनाल सीआईए वन की टीम ने इन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी दलबीर और रवीन्द्र सोनीपत के रहने वाले है. पुलिस ने इनको करनाल मधुबन आवर्धन नहर के पुल से काबू किया.
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल एक स्पलेंडर बाइक, दो अवैध पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और एक मैगजीन बरामद की है. घरौंडा के उपली गांव के केनरा बैंक (canara bank loot in gharaunda) की शाखा में नकाबपोश बदमाशों ने 12 मई को बंदूक की नोंक पर डकैती की घटना को अंजाम दिया था. बदमाश बैंक से बीच बाजार लाखों रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए थे. इतना ही नहीं बदमाश बैंक मैनेजर का मोबाइल भी छीनकर ले गए थे. घटना बैंक के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी. सीसीटीवी फुटेज के आधार पुलिस ने इनको गिरफ्तार किया.
दोपहर के समय घरौंडा के बीच बाजार हुई इस वारदात में दो अज्ञात व्यक्ति बैंक में दाखिल होते हैं. जिनमें से एक ने हेलमेट व दूसरे ने फेस मास्क पहना हुआ था. दोनों के हाथ में पिस्तौल . बैंक में घुसते ही दोनों व्यक्ति बैंक के काउंटर पर गये और बैंक में मौजूद अधिकारी पर बंदूक तान दी. बैंक में मौजूद सारी नगदी अपने हवाले करने के लिए कहा. डरे सहमे बैंक कैशियर ने सारा कैश बैग में भर दिया.
चंद ही मिनटों में बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम देते हुए 3 लाख 16 हजार 950 रुपये से भरा बैग लेकर फरार हो गये. बैंक में दिनदिहाड़े हुई डकैती ने बैंक कर्मचारियों के साथ-साथ ग्रामीणों के भी होश फाक्ता कर दिए हैं.बैंक लूट की इस घटना में कई लापरवाही भी सामने आई थी. बैंक के अंदर तो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे लेकिन बैंक के मुख्य गेट पर कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं था. ऐसे में पुलिस यह तय नहीं कर पा रही थी कि बदमाश किस तरफ से फरार हुए. पुलिस आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड लेगी. रिमांड के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी. इसके अलावा आरोपियों की अन्य मामलों में भी संलिप्तता और आरोपी अवैध हथियार कहां से खरीदकर लाए थे, इसका भी पता लगाया जायेगा.