डाक विभाग की वेबसाइट पर गलती ने 25 रुपये के बदले लिया 251 रूपए, रिफंड की प्रकिया जल्द होगी शुरू

Update: 2022-08-01 14:10 GMT

सोनीपत न्यूज़: लगभग डेढ़ माह पहले से ही देश भर में हर घर तिरंगा अभियान का खांका खींचते हुए काम शुरू हो गया था। जिला स्तर पर अधिकारियों को भी सरकार ने स्पष्ट तौर पर अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए थे। लेकिन अधिक ऐतिहात कई बार काम बिगाड़ भी देती है। सोमवार को ऐसा ही हुआ जब डाकघर के कर्मचारियों ने सरकारी स्कूलों एवं अन्य जगहों पर 251 रुपए प्रति के हिसाब से तिरंगा देना शुरू किया। डाक कर्मचारियों ने साथ में रसीद भी दे दी। लेकिन कुछ देर बाद असवारपुर के सरकारी स्कूल में कार्यकत एक कर्मी को इसमें गड़बड़ महसूस हुई तो उसने अपने परीचित से बात की। इसके बाद ऐसा महसूस हुआ कि कहीं उन्हें ठगा तो नहीं गया। इसके बाद सोशल मीडिया के इस दौर में बात इतनी फैल गई कि तिरंगे की आड़ में ठगने का मैसेज वायरल होने लगा।

इसकी भनक हरिभूमि को लगी तो मामले की तह तक जाने के लिए प्रयास किए गए। इन्हीं प्रयासों के बीच पता चला कि यह मामला डाकघर की वेबसाइट पर हुई गड़बड़ी से संबंधित था। क्योंकि डाक विभाग की वेबसाइट में 1.5 बाय 2 फुट के झंडे की कीमत 25 रुपये लिखनी थी, जोकि गलती से 251 रुपये लिखी गई। इसके बाद डाक विभाग के अधिकारी भी सचेत हो गए और अपने सभी मातहतों को सूचित कर दिया कि उपरोक्त साइज के झंडे की कीमत 25 रुपये है। जिन भी लोगों से 251 रुपए के हिसाब से पैसे लिए गए हैं, उन्हें सूचित करें ताकि वे बकाया पैसा वापस ले सकें। बता दें कि असावरपुर गांव के सरकारी स्कूल में सोमवार को डाकघर से एक व्यक्ति 10 तिरंगे लेकर पहुंचा था। इस व्यक्ति ने तिरंगे देते हुए 251 रुपए प्रति तिरंगे के हिसाब से 10 तिरंगों के 2510 रुपए ले लिए। इसके बाद डाकघर की मोहर लगी हुई रसीद भी दे दी। इसके बाद ही मामले में गड़बड़ महसूस होने पर जानकारी जुटाने की कोशिश की गई। इसी कोशिश में इसे फ्रॉड का नाम देते हुए सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।

बाजार के दामों से होने लगी तुलना: सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हुआ तो उसमें डाकघर द्वारा दिए जा रहे तिरंगा और बाजार में मिलने वाले तिरंगा की तुलना की जा रही थी। बताया गया था कि 1.5 फुट बाय 2 फुट के तिरंगा का दाम क्या 251 रुपये है। जोकि पॉलीस्टर का बना हुआ है। बाजार में 70 रुपये में उपरोक्त साइज से दोगुना साइज का तिरंगा मिल जाता है। हालांकि जब हकीकत का पता चला तो मालूम पड़ता है कि डाक विभाग को बाजार दाम से काफी सस्ते में इस साइज का तिरंगा उपलब्ध करवा रहा है।

रिफंड किए जाएंगे रुपये: डाक विभाग की वेबसाइट पर गलती से इस साइज के तिरंगा का दाम 251 रुपए अंकित था। इसी के आधार डाक विभाग के कर्मचारियों ने लोगों से रकम भी ली। अब गलती पकड़ में आई तो कर्मचारियों को सूचित कर दिया गया है कि 25 रुपये है। ये कोई फ्रॉड नहीं था, बल्कि एक गलती थी। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, जिन लोगों से 251 रुपए प्रति तिरंगा के हिसाब से रकम ली गई है, उन लोगों को रिफंड किया जाएगा। - तिलकराज, अधीक्षक, मुख्य डाकघर, सोनीपत

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