सिविल अस्पताल में नर कंकाल की बेकद्री का मामला, एमरजैंसी व डैड हाऊस के बीच इधर-उधर भेजते रहे
अस्पताल में नर कंकाल की बेकद्री का मामला
हिसार : सिविल अस्पताल में रविवार को नर कंकाल की बेकद्री का मामला देखने को मिला। एक ए.एस.आई. और अस्पताल का वार्ड ब्वॉय कंकाल को एमरजैंसी से डैड हाऊस तक कई बार इधर-उधर लाते-ले जाते रहे। पोस्टमार्टम की ड्यूटी करने वाले डॉक्टर का कहना था कि एक ही फ्रिज ठीक है और उसमें पहले से 2 शव रखे हैं। फिर एमरजैंसी में तैनात डॉक्टर ने अपने प्रबंधन और ए.एस.आई. ने आला अधिकारियों से फोन पर बात की तो कंकाल डैड हाऊस में रखवाया गया। इस मसले को लेकर ए.एस.आई. और एक डॉक्टर के बीच एक बार नोंक-झोंक भी हुई।
सदर थाना में तैनात ए.एस.आई. हनुमान ने बताया कि वह करीब 11 बजे एक नर कंकाल का पोस्टमार्टम करवाने के लिए सिविल अस्पताल में आए। मैंने एमरजैंसी में तैनात डॉक्टर को मामले से अवगत करवाया। उसके बाद पोस्टमार्टम के लिए कंकाल को डैड हाऊस ले जाया गया। वहां पर मौजूद डॉक्टर ने कंकाल को डैड हाऊस में रखवाने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि एक डी-फ्रिज है और उसमें पहले से 2 शव रखे हैं। ए.एस.आई. ने अपने आला अधिकारियों से फोन पर बात कर मामले से अवगत करवाया।
उधर, एमरजेंसी में तैनात मैडीकल ऑफिसर ने एक वरिष्ठ महिला ने चिकित्सा अधिकारी से फोन पर बात की तब जाकर करीब 3 घंटे बाद कंकाल को डैड हाऊस में जगह मिली। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. रतना भारती से फोन पर संपर्क किया लेकिन बात नहीं हो सकी। कुछ अरसे पहले डी-फ्रिज खराब होने के चलते एक डॉक्टर ने डैड हाऊस परिसर में खुले में एक शव का पोस्टमार्टम किया था। उस समय 2 डी-फ्रिज खराब होने मामला प्रबंधन की नॉलेज में आया था। करीब 2 महीने बीत चुके हैं। लेकिन प्रबंधन ने अब तक खराब फ्रिज ठीक नहीं करवाए। डॉक्टर ने शाम को कंकाल को अग्रोहा मैडीकल कॉलेज में रैफर कर दिया।
प्लाट देखने जा रहा था, रास्ते में कंकाल दिखा : विकास
हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी (सैक्टर-15) के विकास ने बताया कि वह सैक्टर 9-11 में प्लाट देखने के लिए जा रहा था। वह एक पैट्रोल पंप के पास पहुंचा तो बाइक रोककर नहर की तरफ गया तो घास में कुछ दिखाई दिया। मैंने घास हटाकर देखा तो नर कंकाल था। वहां मानव खोपड़ी व कुछ हड्डी पड़ी थी। सूचना देने पर थोड़ी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और नर कंकाल को एक थैले में डालकर सिविल अस्पताल में लाई। विकास ने कहा कि अस्पताल में नरकंकाल को इधर-उधर भेजा गया। मैं इससे आहत हूं।
सोर्स: पंजाब केसरी