हरियाणा में गन्ना किसानों का धरना हुआ समाप्त, प्रदेशभर में आज से ही चालू हो जाएंगी शुगर मिल
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरकार द्वारा गन्ने के दाम में 10 रुपए की बढ़ोतरी करने के बाद किसानों ने बड़ा फैसला लेते हुए अपने आंदोलन को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। किसानों ने यह फैसला कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में लिया था, जिसकी अध्यक्षता खुद गुरनाम सिंह चढूनी कर रहे थे। चढ़ूनी ने कहा कि सरकार ने गन्ने के भाव में संतोषजनक बढ़ोतरी नहीं की है, फिर भी इसे किसानों की बड़ी जीत कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन आज से खत्म हो रहा है। इसी के साथ शाह की रैली में विरोध करने का फैसला भी वापस ले लिया गया है। किसान लंबे समय तक गन्ना नहीं रोक सकते, इसलिए आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया है। कुरुक्षेत्र की सैनी धर्मशाला में आज चढूनी ग्रुप की एक अहम बैठक हुई, जिसमें प्रदेशभर की शुगर मिलों के प्रतिनिधि व किसान पहुंचे। बैठक की अध्यक्षता भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने की।
चढूनी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा गन्ने के दामों में मात्र 10 बढ़ोतरी की गई है, जोकि संतोषजनक नहीं है। इसके बावजूद इस आंदोलन को खत्म करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय तक अपनी गन्ने की फसल को नहीं रोक सकते। प्रदेश की मिलें बंद होने से किसानों का भी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा भर में चल रहे धरने को खत्म कर सभी शुगर मिलों को चालू कर दिया जाएगा। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि गन्ने के भाव को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को खत्म करने का फैसला सिर्फ इस वजह से लिया गया है, क्योंकि शुगर मिलें बंद होने से किसान की फसल का भी नुकसान हो रहा था। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में भाकियू भारतीय जनता पार्टी का पुरजोर विरोध करेगी। वहीं 29 जनवरी को गोहाना में होने वाली अमित शाह की रैली के विरोध प्रदर्शन को भी रद्द कर दिया गया है। गुरनाम सिंह ने कहा कि जींद में संयुक्त किसान मोर्चा की एक रैली आयोजित की जा रही है। यदि एसकेएम गन्ने के दामों को लेकर कोई फैसला लेते हैं, तो भारतीय किसान यूनियन चढूनी उनका समर्थन करेगी।