नूंह. डीएसपी तावडू सुरेंद्र सिंह को डंपर से टक्कर मारकर मौत के घाट उतारने वाला चालक मुख्य आरोपी शब्बीर उर्फ पित्तर पुत्र इसाक अब पुलिस के शिकंजे में आ चुका है. पुलिस कप्तान वरुण सिंगला ने इस खबर की पुष्टि कर दी है. पुलिस ने मुख्य आरोपी को राजस्थान के भरतपुर जिले के गंगोरा गांव से गिरफ्तार किया है. एसपी ने कहा कि पुलिस की 10 टीमें आरोपी को पकड़ने में लगी थी. जिनकी जानकारी थी वहां सभी जगह पर छापेमारी की गई थी. 30 से अधिक स्थानों पर पुलिस ने छापेमारी की थी. उन्होंने कहा कि आरोपी शब्बीर को गंगोरा से गिरफ्तार किया गया है. देर शाम उसकी गिरफ्तारी हुई है, अभी पूछताछ नहीं हुई है. रिमांड के लिए अप्लाई किया जाएगा. इससे पूछताछ की जाएगी कि इसके साथ कौन-कौन संलिप्त है. उन सभी के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी.
बार–बार बदल रहा था ठिकाने
पुलिस कप्तान ने कहा कि मुख्य आरोपी बार-बार स्थान बदल रहा था. फोन बंद किया हुआ था, इसलिए तकनीकी जांच के बजाय सूत्रों से पता करने के बाद ही आरोपी तक पहुंचा गया और पुलिस को सफलता मिली. वरुण सिंगला ने कहा कि आरोपी कहां-कहां रुका, किसने उसका सहयोग किया. इस बात का पता पूछताछ के बाद लगेगा. जहां तक पहले पकड़े गए आरोपी की बात है, वह भी पूछताछ की अवस्था में नहीं है. वह डरा हुआ था और गोली लगने से घायल था. उसको नशीले इंजेक्शन दिए हुए थे, जिससे उससे पूछताछ नहीं की गई.
दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में
पुलिस कप्तान ने कहा कि अब दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. दोनों से क्रॉस पूछताछ की जाएगी और सच्चाई का पता लगाकर ठोस कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बता दें की सुरेंद्र सिंह डीएसपी तावडू 2 दिन पहले क्षेत्र के गांव पचगांव में अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद अपनी सरकारी गाड़ी और तीन मुलाजिमों के साथ अवैध खनन रोकने के लिए गए थे. उसी दौरान पचगांव पहाड़ के समीप डंपर ने डीएसपी को टक्कर मार दी थी. जिससे सुरेंद्र सिंह डीएसपी तावडू की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी. इस घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था
क्लीनर को चंद घंटे के बाद कर लिया था गिरफ्तार
पुलिस ने चंद घंटे बाद इक्कर निवासी पचगांव को मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर गिरफ्त में ले लिया था. इक्कर क्लीनर को पुलिस ने अदालत में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया था. उसका इलाज राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. मुख्य आरोपी मित्तर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है या फिर मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है, इस बात का खुलासा अभी पुलिस ने नहीं किया है.
पुलिस की 10 से अधिक टीमें दिन–रात जुटी हुई थी
पुलिस विभाग की 10 से अधिक टीमें मुख्य आरोपी मित्तर को गिरफ्तार करने में दिन-रात जुटी हुई थी. पुलिस के आला अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल तक इस पर सीधी नजर रख रहे थे. पुलिस के आला अधिकारियों की बार-बार इस मामले में बैठक हो रही थी. जिसके बाद अब आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. पुलिस पूछताछ में ही स्पष्ट हो पाएगा कि पित्तर व इक्कर क्लीनर के अलावा इस घटना को अंजाम देने में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.