सूदखोरों के चंगुल में फंसकर जा रही जान

Update: 2023-09-27 07:10 GMT

फरीदाबाद: शहर में सूदखोरों का जाल लगातार बढ़ता जा रहा है. उनके चंगुल में लोग फंसकर परेशान हो रहे हैं. यहां तक कि पैसे नहीं देने पर वह लोगों की जान लेने से भी गुरेज नहीं करते. जुलाई 2022 से अब तक हत्या, आत्महत्या के पांच मामले सामने आए. ऐसा ही मामला बुधवार शाम पल्ला थाना क्षेत्र में देखने को मिला.

महज आठ हजार रुपये के उधार में सूदखोर ने किशोर की गोली मारकर हत्या कर दी.

हालांकि पुलिस ने आरोपी को वारदात के कुछ देर बाद गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है, लेकिन सूदखोरों के आतंक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. फरीदाबाद को औद्योगिक नगरी के रूप में भी जाना जाता है. यहां करीब 25 हजार के आसपास छोटी-बड़ी कंपनी है. वहां आठ लाख के आसपास कामगार काम करते हैं. कंपनियों में ठेकेदारी या दिहाड़ी के तहत हजारों कामगार कार्यरत हैं. शहर के बाजारों में भी काफी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपना कारोबार करते हैं.

स्थानीय लोगों की मानें तो वह कारोबार या जरूरी के कार्य के चलते आसपास सक्रिय सूदखोरों या दबंगों से उधार लेते हैं. इस दौरान उन्हें गिरवी के रूप में कोई कीमती सामान सूरखोरों के पास जमा कराना होता है. साथ ही सूदखोरों द्वारा मासिक ब्याज जमा कराने का कार्ड बनाया जाता है. आरोप लगता है कि सूदखोर मनमाना ब्याज वसूलते हैं. प्रति सैकड़ा पांच से 10 रुपये तक का ब्याज वसूला जाता है. यहां तक कि ब्याज चुकता नहीं करने पर, उस पैसों को मूलराशि में जोड़कर चक्रवृद्धि ब्याज वसूला जाता है.

पैसे नहीं देने पर करते हैं मारपीट

लेनदार अगर समय पर पैसों का चुकता नहीं करते हैं तो देनदार यानि सूदखोर उनपर रौब जमाते हैं. उन्हें धमकी देने के साथ मारपीट करते हैं. पल्ला थाना क्षेत्र के ओम इंक्लेव में हुई हत्या का कारण भी धमकी देने व उधार लेने वाली महिला से बदतमीजी करना ही था. गिरफ्तार आरोपी ने मृतक किशोर की मां से बदतमीजी करने के साथ अपशब्द कहा था.

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