कोरोना की गलत रिपोर्ट देने के मामले में मामले में पुलिस ने दर्ज की लैब पर रैगुलर एफ.आई.आर.
डबवाली के एक परिवार को कोविड-19 की गलत रिपोर्ट देने के मामले में पंजाब पुलिस ने डबवाली के समीपवर्ती किलियांवाली स्थित शिव पैथोलॉजी लैब के संचालक शिव भगवान व डा. गुरप्र्रीत कौर के खिलाफ अब रैगुलर एफ.आई.आर. दर्ज कर ली है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। डबवाली के एक परिवार को कोविड-19 की गलत रिपोर्ट देने के मामले में पंजाब पुलिस ने डबवाली के समीपवर्ती किलियांवाली स्थित शिव पैथोलॉजी लैब के संचालक शिव भगवान व डा. गुरप्र्रीत कौर के खिलाफ अब रैगुलर एफ.आई.आर. दर्ज कर ली है। लैब की कोविड-19 की गलत रिपोर्ट के कारण परिवार के मुखिया डबवाली निवासी रोशन लाल गर्ग एवं उनकी धर्मपत्नी सावित्री देवी गर्ग को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।
सी.एम.ओ. ने लैब का लाइसैंस रद्द करने की सिफारिश की
उपरोक्त मामले की जानकारी देते हुए पीड़ित परिवार के सदस्य दीपक गर्ग ने बताया कि विगत कोरोना काल की दूसरी लहर में 21 अप्रैल, 2021 को उसने अपनी भाभी मीनाक्षी पत्नी अशोक कुमार का सिविल अस्पताल मंडी डबवाली से कोविड-19 का आर.टी.पी.सी.आर. टैस्ट करवाया था। सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि हमारी रिपोर्ट करीब 4 से 5 दिन बाद आती है, जिसके चलते कुछ मिनटों के अंतराल के बाद उसने डबवाली के समीपवर्ती पंजाब क्षेत्र के किलियांवाली स्थित शिव पैथोलॉजी लैब से सम्पर्क कर उनसे अपनी भाभी मीनाक्षी का कोविड-19 एवं अन्य ब्लड टैस्ट अपने निवास स्थान डबवाली में करवाए।
शिव पैथोलॉजी लैब द्वारा उसी दिन रिपोर्ट नैगेटिव दी गई, जबकि 4 से 5 दिन बाद सिविल अस्पताल डबवाली ने रिपोर्ट पॉजिटिव दी। दीपक गर्ग के मुताबिक शिव पैथोलॉजी लैब द्वारा दी गई गलत रिपोर्ट के कारण उनके संयुक्त परिवार में कोरोना महामारी फैल गई एवं पूरा परिवार कोरोना ग्रस्त हो गया। भीषण परिस्थितियों में सभी का इलाज करवाया गया। उसके माता-पिता जो कि स्वस्थ जीवन जी रहे थे, गलत व फर्जी कोविड-19 की रिपोर्ट के कारण कोरोना ग्रस्त हो गए। उसके माता-पिता की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
दीपक गर्ग के मुताबिक शिव पैथोलॉजी लैब के मालिक शिव भगवान एवं लैब पर कार्यरत डा. गुरप्रीत कौर सेठी को भली भांति जानकारी थी कि वह मीनाक्षी पत्नी अशोक कुमार की कोविड-19 की गलत रिपोर्ट दे रहे हैं। इस रिपोर्ट के कारण देश में फैली महामारी कोविड-19 की बीमारी अन्य लोगों में भी फैल सकती है। पीड़ित परिवार के सदस्य दीपक गर्ग ने बताया कि इन सभी रिपोर्ट ओर तथ्यों के आधार पर एसपी सिरसा अर्पित जैन के निर्देश पर डबवाली पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत जीरो एफ.आई.आर दर्ज कर मामला पंजाब पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था, जिसके बाद लम्बी थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दीपक गर्ग के मुताबिक कोरोना काल के दौरान फर्जी रिपोर्ट जारी करने के मामले में सी.एम.ओ. श्री मुक्तसर साहिब ने डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब को शिव पैथोलॉजी लैब किलियांवाली का लाइसैंस रद्द करने एवं कोरोना टैस्ट की मंजूरी रद्द करने की सिफारिश की है।